Afghanistan Crisis, Jharkhand News (रांची) : अफगानिस्तान की राजधानी काबूल में फंसे बोकारो के बबलू की सकुशल वापसी हो गयी है. रविवार की शाम झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बबलू पहुंचे. वतन वापसी पर बबलू भावुक हो गये और कहा कि दूसरा जन्म हुआ. एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही सबसे पहले धरती मां को चूमते हुए पीएम मोदी और सीएम हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया.
बता दें कि बोकारो जिला अंतर्गत बेरमो कोयलांचल स्थित गांधीनगर निवासी बबलू कुमार अफगानिस्तान के निजी कंपनी में रेडियो ऑपरेटर के तौर पर वर्ष 2018 से काम कर रहा था. लेकिन, इन दिनों अफगानिस्तान की उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर घर वापसी के प्रयास में था. इधर, बबलू की वापसी को लेकर उसके परिजन भी काफी परेशान थे. हालांकि, बबलू अपने परिजनों के संपर्क में था.
रविवार शाम 8 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बबलू पहुंचा. वतन वापसी की खुशी बबलू के चेहरे पर साफ दिख रही थी. यहां सबसे पहले बबलू का RTPCR टेस्ट हुआ. फिर बाहर निकलते ही धरती मां को प्रणाम करते हुए चूमा. वहीं, काफी संख्या में उपस्थित शुभचितंकों ने माला पहना कर स्वागत किया.
इस दौरान बबलू ने कहा कि अमेरिका के हटने के बाद तालिबानी की गतिविधि अफगानिस्तान में शुरू हुई. जिस निजी कंपनी में वो कार्यरत था, उस कंपनी के मालिक ने उसे काफी सहयोग किया. कहा कि एयरपोर्ट के अंदर तालिबानी सेना ने भी मदद किया.
अफगानिस्तान के बारे में बबलू ने कहा कि वहां अंधाधुंध गोली चल रही थी. 15 अगस्त से देश आने का प्रयास कर रहे थे. 16 अगस्त को एयरपोर्ट के लिए निकले. लेकिन, इतनी गोली चल रही थी कि वापस फिर कंपनी के गेस्ट हाउस चले गये. इस गेस्ट हाउस में दो दिन से रुके हुए थे. इस दौरान काफी दिक्कतें भी हुई. लगातार चल रहे गोली-बारुद के बीच में रहे.
इस बीच कंपनी के गेस्ट हाउस में तालिबानी घुस आये थे. यहां उन्होंने कमांडों के नहीं आने तक गेस्ट हाउस में ही रुकने को कहा. तालिबानियों ने कोई भेदभाव नहीं किया. बबलू ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट से ढाई किमी की दूरी पर थे, लेकिन वहां पहुंचने में करीब 20 घंटे लगे.
खाने के लिए सिर्फ बिस्कुट, पानी, कोल्ड ड्रिक मिलता था. उन्होंने कहा कि किसी भारतीय का अपहरण तालिबानियों ने नहीं किया था. 160 के करीब भारतीय साथ में वतन लौटे हैं. वतन वापसी पर बबलू ने पीएम मोदी समेत सीएम हेमंत सोरेन को धन्यवाद दिया. साथ ही आग्रह किया कि अगर यहीं रोजगार मिल जाये, तो लोग पलायन कभी ना करें.
Posted By : Samir Ranjan.