सदर प्रखंड अंतर्गत बेंदी पंचायत के बेंदी गांव के बंग्लाटोला में रहनेवाले आधा दर्जन बिरहोर परिवार आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. इन परिवारों को अब तक किसी प्रकार की कोई सरकारी सुविधा नहीं मिली है. आधा दर्जन बिरहोर परिवारों की कुल संख्या लगभग 40 हैं.
जिला मुख्यालय से इस टोले की दूरी लगभग 12 किमी है. सरकार आदिम जनजाति परिवार के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रखी हैं, लेकिन इस टोले के बिरहोर परिवार को अब तक कोई लाभ नहीं मिल सका है. आदिम जनजाति योजना के तहत आवास व राशन कार्ड नहीं रहने पर भी डाकिया योजना के तहत राशन देने का प्रावधान है, लेकिन इन बिरहोर परिवारों के पास न तो आवास है और न आज तक राशन ही मिल सका है.
टोला में परहिया परिवार पत्तों की झोपड़ी बना कर जीवन गुजार रहे हैं. इस टोला के सुधन परहिया के परिवार में बेटी व दामाद समेत कुल सात सदस्य हैं. सभी सात सदस्य एक झोपड़ीनुमा मकान में एक साथ रहते हैं. रोजगार के नाम पर जंगलों से मूलकंद लाकर खाते है. आज के इस आधुनिक युग में बिरहोर परिवारों को न तो बिजली और न ही इंटरनेट के बारे में कोई जानकारी है. बच्चों का नामांकन किसी विद्यालय में नहीं है. इस कारण भी यह मध्याह्ण भोजन योजना से वंचित हैं.