Transgender Recruitment In Jharkhand बोकारो : टाटा स्टील ने ट्रांसजेंडर को नौकरी देने के लिए बहाली निकाली है. एलजीबीटी (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल व ट्रांसजेंडर) को सबसे ज्यादा नौकरी देने वाली कंपनियों में टाटा स्टील अग्रणी है. इसी कड़ी में टाटा स्टील वेस्ट बोकारो डिवीजन ने घाटोटांड़ कोलियरी में हेम ऑपरेटर की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला है. हेम ऑपेरटर के पद पर केवल ट्रांसजेंडर की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया है.
गौरतलब है कि देश भर में पहली बार माइनिंग क्षेत्र में ट्रांसजेंडर को बहाल किया जा रहा है. यहां भारी मशीन को ऑपरेट करने के लिए ट्रांसजेंडर को नियुक्त किया जा रहा है. हेम अॉपरेटर डंपर, ड्रिल, डोजर, एक्सकैवेटर, पे लोडर, क्रेन जैसी मशीन का संचालन करते हैं. इसके लिए लिखित परीक्षा व साक्षात्कार का आयोजन किया जायेगा. मैट्रिक पास ट्रांसजेंडर ही इसके लिए योग्य होंगे. उन्हें अॉपरेशन असिस्टेंट -3 के पद पर बहाल किया जायेगा. उनका वेतन 26,900 रुपये प्रतिमाह के करीब होगा.
टाटा स्टील द्वारा कहा गया है कि टाटा स्टील भारत में एलजीबीटी के लिए इक्वालिटी इंडेक्स सर्टिफाइड कंपनी है. कार्य स्थल पर जेंडर न्यूट्रल वॉशरूम, रहने की जगह व ट्रांस फ्रेंडली हेल्थ केयर सुविधा भी दी जायेगी. एलजीबीटी के पार्टनर को भी कंंपनी के कर्मचारी के साथ-साथ मेडिकल कवरेज की सुविधा दी जायेगी. 26 अगस्त तक आवेदन देने की अंतिम तिथि है.
समावेश की संस्कृति को सुदृढ़ करने और कार्यस्थल पर एलजीबीटी और अन्य कर्मचारियों को समान अधिकार देने को लेकर टाटा स्टील ने वर्ष 2018 में नयी एचआर नीति बनायी. यह नीति एलजीबीटी और समुदाय के सहयोगियों को कानून के तहत सभी मानव संसाधन लाभ उठाने में सक्षम बनाती है. उनके साथी (समान लिंग के लोग एक साथ रहते हैं) चाइल्ड केयर लीव, नये जन्म पर माता-पिता की छुट्टी, चिकित्सीय लाभ, संयुक्त गृह बिंदु, कर्मचारी सहायता कार्यक्रम, घरेलू यात्रा नीति, स्वास्थ्य जांच, स्थानांतरण और स्थानांतरण लाभ, हनीमून पैकेज आदि से लाभान्वित होते हैं.
टाटा स्टील मानव संसाधन प्रबंधन के उपाध्यक्ष अत्रेयी सान्याल ने कहा कि टाटा स्टील में हम मानते हैं कि एक विविध और समावेशी वातावरण विचारों की विविधता और दृष्टिकोण ही संगठन को मजबूत करता है. हमारे अनुभव में, कार्यस्थल की विविधता न केवल सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करती है और प्रतिभा पूल का विस्तार करती है बल्कि व्यावसायिक परिणाम भी देती है.
हम एलजीबीटी को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने और बेंचमार्क कार्यस्थल बनाने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे. टाटा स्टील ने 2025 तक विविध समूहों वाले 25% कार्यबल को शामिल करने का लक्ष्य रखा है. हमने एक पांच-स्तंभ दृष्टिकोण अपनाया है जो लिंग, विकलांग व्यक्तियों, सकारात्मक कार्रवाई और एलजीपीटी पर केंद्रित है.
Posted By : Sameer Oraon