बीजेपी के वरिष्ठ नेता नारायण राणे मुंबई में आज से जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. इस दौरान वो मुंबई के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों से मिलेंगे. इस दौरान वो दादर स्थित बाला साहेब ठाकरे की स्माकर भी जाकर उनका आशिर्वाद लेंगे. जन आशिर्वाद यात्रा कार्यक्रम की शुरुआत वो मुंबई एयरपोर्ट से करेंगे. वहीं, शिवसेना कार्यकर्ता कार्यकर्ता नारायण राणे का विरोध कर रहे है.
गौरतलब है कि एक समय नारायण राणे शिवसेना के दिग्गज नेता थे. लेकिन उन्होंने कुनबा बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बाद उनका नाता शिवसेना और ठाकरे परिवार से पूरी तरह टूट गया. ऐसे में अब जब वो बाला साहेब ठाकरे की स्मारक में जा रहे हैं तो शिवसेना नेताओं में इसके लेकर खासी नाराजगी है.
इधर इस मामले को लेकर शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा है कि, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को दिवंगत बाल ठाकरे के स्मारक जाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उनका कहना है कि राणे ने शिवसेना को तोड़ कर पार्टी के संस्थापक को गहरी पीड़ा पहुंचाई थी. राउत ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र ने राणे जैसा गद्दार नहीं देखा जिन्होंने शिवसेना को तोड़ कर दिवंगत बालासाहेब को दुख दिया है.
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बता दें, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे पहले शिवसेना में थे. बाद में शिवसेना छोड़कर राणे ने कांग्रेस के साथ हो गये. लेकिन इसके बाद इन्होंने ने बीजेपी का दामन थाम लिया. वहीं, बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंतीवार ने राणे को स्मारक न जाने देने के शिवसेना के रुख को संकीर्ण सोच करार दिया है. उनका कहना है कि बालासाहेब को श्रद्धांजलि देना किसी कंपनी के शेयर या अंशधारिता जैसा नहीं है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted by: Pritish Sahay