पटना/रामगढ़/मधुबनी . बिहार के दो शिक्षकों हरिदास शर्मा और चंदना दत्त को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए चुना गया है. श्री शर्मा कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड के डहरक स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में कार्यवाहक प्रधानाध्यापक हैं, जबकि चंदना दत्त मधुबनी जिले के रांटी स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में अंग्रेजी की शिक्षक हैं.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में एमडीएम एंड एनएटी निदेशक जी विजय भास्कर की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक पूरे देश में 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए चुना गया है. इन सभी शिक्षकों को पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सम्मानित करेंगे.
कैमूर जिले के डीपीओ एसएसए अक्षय पांडेय ने बताया कि 2019 में तत्कालीन डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से नवाजा था. वहीं, 2020 में उन्हें कोरोना के दौरान ग्लोबल टीचर का अवार्ड दिया जा चुका है.
चंदना दत्त मधुबनी जिले के रांटी स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय में 17 सालों से अंग्रेजी की शिक्षक हैं. रांटी गांव निवासी सुनील कुमार सरोज की पत्नी चंदना दत्त का नियोजन 2005 में शिक्षा मित्र के रूप में हुआ था. मध्य विद्यालय में पदस्थापित होने के बाद उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सार्थक पहल की.
वह बताती हैं कि अल्पसंख्यक वर्ग में बेटियों को विद्यालय भेजने में आनाकानी की जाती थी. उन्होंने लगातार घर-घर जाकर लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित की. छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उठायी. इसके बाद कुछ परिवार अपने बच्चों को विद्यालय भेजने पर राजी हुए. धीरे धीरे चंदना दत्त ने इस कदर पूरे समाज को जागरूक किया कि आज विद्यालय में 50 फीसदी से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राएं पढ़ रही हैं.
चंदना की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता के सानिध्य में फारबिसगंज में हुई है. उनके पिता नित्यानंद लाल दास एक कॉलेज में प्राध्यापक थे. उनका मायका दरभंगा जिले के बलाट गांव में है. अंग्रेजी विषय से स्नातकोत्तर किया. चंदना दत्त को मिथिला पेंटिंग कला का भी बारीक ज्ञान है.
Posted by Ashish Jha