दुनियाभर में लोकप्रिय नंबर पजल गेम सुडोकू के जनक (Sudoku Godfather) माकी काजी का 69 साल की उम्र में निधन हो गया है. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक माकी काजी की कंपनी ने कैंसर से उनके निधन होने की पुष्टि की है. 10 अगस्त को माकी काजी का घर में निधन हो गया. माकी काजी को सुडोकू का जनक भी माना जाता था. इसका आविष्कार 18वीं सदी में स्विस गणितज्ञ लियोनहार्ड यूलर ने किया था. इसे माकी काजी ने दुनियाभर में लोकप्रिय बनाया.
माकी काजी ने सुडोकू नाम की खोज की थी. इस जापानी शब्द का मतलब है- सभी संख्या एकल होनी चाहिए. जापान से संबंध रखने वाले माकी काजी ने सुडोकू गेम पर कई लेक्चर भी दिए थे.
सुडोकू शब्द का मतलब
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सुडोकू के गॉडफादर माकी काजी ने अपनी पहेली से जुड़ी पत्रिका से सुडोकू को घर-घर तक पहुंचाने का काम किया था. इसी की देखा-देखी कई अखबारों में सुडोकू को जगह दी जाने लगी. आज भी भारत के अलावा दुनियाभर के अखबारों में सुडोकू को जगह दी जाती है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग मोबाइल पर भी सुडोकू खेलते हैं. इस गेम को मानसिक विकास को बढ़ाने वाला माना जाता है. वैज्ञानिक भी सुडोकू को दिमाग के कसरत के लिए काफी जरूरी बताते हैं. माना जाता है दुनियाभर में करीब 10 करोड़ लोग हर दिन सुडोकू को सॉल्व करते हैं.
सुडोकू गेम एक तरह का पजल है. इसमें एक बॉक्स होती है जिसे नौ हिस्सों में बांटा जाता है. हर हिस्से में नौ खाने होते हैं और हर खाने में 1 से 9 तक की संख्या को भरना होता है. बॉक्स की हर लाइन में 1 से 9 के बीच किसी संख्या को ना तो छोड़ना होता है और ना ही दुबारा भरना होता है.