दरभंगा के वार्ड-37 में उजागर हुए हाजिरी घोटाला से नगर निगम में हड़कंप मचा है. वहीं अन्य वार्डों में काम कर रहे कर्मियों के बीच यह चर्चा का विषय बना रहा. मालूम हो कि वार्ड-37 में डोर-टू-डोर कचरा संग्रह के लिए प्रतिनियुक्त अनुपस्थित छोटू पासवान को कार्यालय से उपस्थित दिखा भुगतान कर दिया गया. यह मामला अप्रैल माह का है.
उल्लेखनीय है कि जमादार द्वारा प्रत्येक माह की तरह अप्रैल माह में भी वार्ड से उपस्थिति पंजी की छाया प्रति जमा की गयी थी. इसके अनुसार छोटू पूरे माह अनुपस्थित था. वार्ड की पंजी पर स्पष्ट रूप से अनुपस्थित अंकित कर अंत में नील लिख कर क्लोज कर दिया गया था. बताया जाता है कि जमा पंजी की छायाप्रति में छोटू पासवान वाले कॉलम में कागज चिपका दिया गया. इसके बाद दो दिन अनुपस्थित दिखा बांकी 24 दिन की उपस्थिति दर्ज कर पुनः फोटो कॉपी करा फर्जीवाड़ा कर भुगतान करा दिया गया.
जोन प्रभारी सह जमादार को इस मामले की भनक लगी. तुरंत पार्षद रियासत अली से इसकी शिकायत की. शिकायत पर पार्षद स्थापना प्रशाखा पहुंचे. अपने स्तर से छान-बीन की, तो शिकायत सही पायी. हालांकि गड़बड़ी किए जाने के मामले में नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने त्वरित कार्रवाई करते भुगतान की गयी राशि रिकवर करा लिया. इससे इसमें संलिप्त कर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है.
इधर पार्षद रियासत ने अन्य वार्डों में भी इस तरह की गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है. वहीं वार्डों में नियमित उपस्थित रहनेवाले कर्मियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सही से सभी वार्डों में इसकी जांच हो तो कई अन्य लोग पकड़े जा सकते हैं. सूत्रों की माने तो निगम प्रशासन अन्य वार्डों की भी उपस्थिति जांच का मन बना रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra