बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में बुधवार को चमकी बुखार से पीड़ित दो बच्चों को भर्ती किया गया है. अस्पताल में भर्ती चार बच्चों में से दो में चमकी बुखार और एक एइएस का संदिग्ध मरीज है. चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों में दो बच्चे मोतिहारी जिले के हैं.
इधर, एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए तैयारी तेज कर दी गयी है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि इस साल एइएस के मरीजों की संख्या बढ़कर अब 60 हो गयी है. इनमें से 41 बच्चे स्वस्थ होकर अस्पताल से घर चले गये हैं. 13 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि सात बच्चों का इलाज पीकू वार्ड में चल रहा है.
डॉक्टर का कहना है कि अधिकांश मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं. वहां पर अभी बाढ़ का पानी फैला हुआ है. बच्चे इस पानी मे खेलते हैं और भीगते हैं. फिर तेज धूप लगती है. लगातार टेम्परेचर में बदलाव से बच्चों का शरीर एडजस्ट नहीं कर पाता है. इस कारण वे अधिक बीमार पड़ रहे हैं. बच्चों को चमकी बुखार जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए एहतिहात बरतना आवश्यक है. बच्चों को जापानी एंसेफेलाइटिस की वैक्सीन दी जानी चाहिए. इसके साथ ही बच्चों को मच्छरों से बचा कर रखना चाहिए. ऐसी बीमारियां मच्छर के काटने से ज्यादा फैलती हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra