मोहनपुर (समस्तीपुर). गंगा नदी के जलस्तर में लगातार दो दिनों से वृद्धि जारी है़ बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंसराय के सरारी स्थित कैंप में तैनात कनीय अभियंता जितेश रंजन ने बताया कि सोमवार की दोपहर में गंगा नदी का जलस्तर 47 मीटर 5 सेमी पहुंच गया है़
यह खतरे के निशान से 1 मीटर 55 सेंटीमीटर ऊपर है. यदि गंगा नदी के जलस्तर में इसी रफ्तार से वृद्धि जारी रहा तो कटाव निरोधी बंडाल तथा बांध पर जलस्तर का दबाव बढ़ने की संभावना है़ तटबंध पर बढ़ रहे दबाव के मद्देनजर जल संसाधन विभाग के आलाधिकारियों के द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है़
गंगा का जलस्तर 4750 सेमी पहुंचने के पूर्व तक पूर्णतया सुरक्षित है़ लगातार गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से तटीय भागों में रहने वाले लोग खौफजदा हो रहे हैं. बुजुर्गों का कहना है कि गंगा के बदलते तेवर से लगता है कि इस बार क्षेत्र के लोगों को भयंकर बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है़
हालांकि अंचल प्रशासन की ओर से संभावित बाढ़ के खतरे से निबटने के लिए हर तरह की तैयारी पूरी हो चुकी है़ लेकिन हरदासपुर, सरसावा, जहींगरा, नवघरिया, बघड़ा, जलालपुर, दक्षिणी डुमरी, राजपुर जौनापुर व मटिऔर के निचले भाग में बसे रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है़ यहां के पशुपालक अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों की ओर कूच करने के लिए मन बनाने लगे हैं.
बक्सर में पिछले 24 घंटे में गंगा का जल स्तर 20 सेंटीमीटर बढ़ा है. इससे गंगा खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. चौसा-मोहनिया हाइवे पर पानी चढ़ जाने से आवागमन बंद हो गया है. गंगा का पानी बक्सर शहर की छूमंतर गली में आ गया है. उधर, चौसा-कोचस हाइवे से मात्र एक फुट नीचे पानी बह रहा है. बाढ़ का पानी चौसा थर्मल पावर एरिया समेत महर्षि च्यवन कॉलेज के कैंपस में घुस गया है.
आरा. गंगा नदी में जल स्तर बढ़ने से भोजपुर जिले के शाहपुर व बड़हरा प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिर गये हैं. गंगा जिले में खतरे के निशान से 1 मीटर 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. अगले दो दिनों तक इसमें बढ़ोतरी की आशंका जतायी जा रही है.
मनेर व देवनानाला में सोन ने पार किया लाल निशान. पटना जिले में ही मनेर व देवनानाला में सोन नद खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. मनेर में गंगा का जल स्तर 52.36 मीटर हो गया है और देवनानाला में यह 51.26 मीटर है.
Posted by Ashish Jha