Congress Leader Rahul Gandhi In Jammu And Kashmir कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के अपने दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे है. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) खत्म होने के बाद राहुल गांधी का यह पहला श्रीनगर दौरा है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से 370 खत्म किये जाने के दो साल पूरे हुए हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जम्मू-कश्मीर के दौरे को लेकर सभी की नजरें इस बात पर टिकी है कि वे धारा 370 खत्म होने के दो साल बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर क्या बयान देते हैं. साथ ही अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली को लेकर उनका रुख क्या रहता है. इससे पहले अगस्त 2019 में 370 हटाए जाने के दो हफ्ते बाद हालात का जायजा लेने राहुल गांधी विपक्षी प्रतिनिधिमंडल के साथ श्रीनगर पहुंचे थे. लेकिन, प्रशासन ने सभी विपक्षी नेताओं को एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया था. बता दें कि 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष प्रावधान वाला अनुच्छेद 370 खत्म करते हुए जम्मू कश्मीर राज्य को विभाजित कर जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में दो केंद्र शाषित प्रदेश का गठन कर दिया था.
Congress leader Rahul Gandhi arrives at Srinagar airport, on a two-day visit to Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/L3JKCf9V9Z
— ANI (@ANI) August 9, 2021
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक कर राज्य का दर्जा बहाल करने और चुनाव कराने का भरोसा दिया था. ऐसे में राहुल गांधी के श्रीनगर पहुंचने को लेकर सियायी चर्चाओं का बाजार गरम है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि राहुल गांधी यहां कांग्रेस के लिए सियासी जमीं को मजबूत करने की कवायद करते नजर आएंगे. बता दें कि हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि केंद्र की सत्ता में वापस आने के बाद कांग्रेस 370 फिर से बहाल करने पर विचार कर सकती है. हालांकि, कांग्रेस ने अधिकारिक तौर पर दिग्विजय सिंह के बयान से दूरी बना ली थी.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का यह दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि 370 खत्म होने के बाद वे पहली श्रीनगर के अंदर दाखिल हुए है. केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने को कांग्रेस ने असंवैधानिक करार दिया था. बता दें कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करती रही है. हालांकि, 370 पुनर्बहाली को लेकर कांग्रेस का रुख स्पष्ट नहीं है.
बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस दो गुटों में बंटी हुई हैं. गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में एक गुट सक्रिय है, वहीं दूसरे गुट की कमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर संभाल रहे हैं. पिछले दिनों गुलाम नबी आजाद ने जी-23 नेताओं के साथ राज्य का दौरान किया था, जिससे गुलाम अहमद मीर ने पूरी तरह दूरी बना रखी थी और इस कार्यक्रम में वे शामिल नहीं हुए थे. राज्य में कई कार्यक्रम में शामिल होकर गुलाम नबी आजाद ने अपने विश्वासपात्र कई कांग्रेस नेताओं के साथ मुलाकात कर भविष्य की रणनीति की रूपरेखा खींची थी. इन सबके बीच अब राहुल गांधी गुलाम अहमद मीर के बेटे की शादी में शिरकत कर रहे हैं, जिसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
राहुल गांधी सोमवार देर शाम जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के बेटे-बहु के रिशेप्शन में शामिल होंगे. मंगलवार सुबह 9 बजे राहुल गांदरबल में स्थित गांधी खीर भवानी मंदिर के दर्शन करेंगे. इसके बाद राहुल गांधी श्रीनगर स्थित हजरत बल मस्जिद जाएंगे. संभावना जताई जा रही है कि राहुल गुरुद्वारा छठी पादशाही और सन्त शेख हमजा मखदूम की मजार पर भी जा सकते हैं. धार्मिक स्थलों पर मत्था टेकने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोपहर जम्मू कश्मीर कांग्रेस के नए दफ्तर का उद्घाटन करेंगे और इस के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. बाद में राहुल मीडिया के मीडिया से मुखातिब होने की भी बात कही जा रही है. देर शाम राहुल गांधी दिल्ली लौट जाएंगे.
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