टंडवा. अंबे कंपनी द्वारा वर्करों को आरकेटीसी कंपनी में स्थानांतरित करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. विस्थापित गांव के लगभग 350 वर्कर कार्यरत हैं, जिसमें 140 वर्करों को आरकेटीसी कंपनी में स्थानांतरित करने का नोटिस जारी किया गया. इससे नाराज वर्करों ने आम्रपाली कोल परियोजना में खनन व शिवपुर साइडिंग में डिस्पैच शांतिपूर्ण ढंग से बंद कर दिया.
बंदी के बाद वर्कर हड़ताल पर भी बैठ गये थे. वर्करों का कहना है कि जबतक खनन कंपनी कार्य करेगी, काम करते रहेंगे. कहा कि हमलोग खनन कंपनी में बहाल हुए थे. हमलोगों को पुनः खनन कंपनी में बहाल किया जाये. बताया गया कि अंबे कंपनी आम्रपाली में खनन व शिवपुर साइडिंग में डिस्पैच करती है.
पिछले दिनों शिवपुर साइडिंग कोयला ढुलाई को लेकर हुए टेंडर में ट्रांसपोर्टिंग का कार्य आरकेटीसी कंपनी को दिया गया था, जिसके बाद कंपनी कुछ वर्करों की हाजिरी पर रोक लगाते हुए आरकेटीसी कंपनी में स्थानांतरित कर दिया है. वर्करों के साथ वार्ता भी हुई, जिसमें वर्करों ने पुनः काम पर रखने तक हड़ताल पर बने रहने की बात कही है.