राजस्थान के धौलपुर, कोटा, दौसा और अजमेर सहित 10 जिले में बारिश का तांडव जारी है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से इन जिलों के 200 पंचायतों में निचले स्तर तक पानी पहुंच गया है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वहीं अशोक गहलोत सरकार ने सेना से संपर्क साधा है.
सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं. प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में निर्देश दिए है. NDRF, SDRF एवं सिविल डिफेंस की टीमें मदद कार्य कर रही हैं. सेना से भी संपर्क किया गया है एवं जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जाएगी.
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि धौलपुर में भी चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है एवं भरतपुर में अधिक बारिश के कारण के कुछ इलाकों में भी बाढ़ के हालात बन सकते हैं. भरतपुर एवं धौलपुर में भी प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है.आमजन से अपील है कि सावधानी बरतें एवं परेशानी होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें.
खोला गया बैराज का गेट- इधर, भारी बारिश की वजह से शेरनी, पार्वती और चंबल नदी उफान पर है. प्रशासन ऐहतियातन पार्वती और शेरनी नदी पर बने बैराज के गेट को खोल दिया है. बताया जा रहा है कि अगर एक-दो दिन और मूसलाधार बारिश होती रही तो, बाढ़ का कहर बढ़ सकता है.
वहीं मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि पूर्वी राजस्थान में आज से ही बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है. हालांकि कहीं-कहीं भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना आगामी 24-48 घंटों के दौरान बनी रहेगी.
Posted By : Avinish Kumar Mishra