Sawan 2021 (देवघर) : सावन की दूसरी सोमवारी को भी बाबा का दरबार श्रद्धालुओं के बिना सूना-सूना रहेगा. इसके अलावे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर राज्य के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर मनाही है. श्रद्धालु दूर से ही ईश्वर की आराधना कर सकते हैं.
इधर, श्रावण मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि रविवार सुबह 4:15 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. इसके बाद बाबा की दैनिक पूजा करने पुजारी चंदन झा व दरोगा गर्भ गृह में प्रवेश किया. पुजारी चंदन झा ने शनिवार के शाम की शृंगार पूजा में चढ़े फूल, विल्वपत्र व घामचंदन को निकल कर साफ किया. इसके बाद पुजारी ने मंत्रोच्चार के साथ बाबा पर कांचा जल अर्पित किया गया. फिर सरकारी पूजा शुरू की गयी. सरकारी पूजा के बाद सीमित संख्या में तीर्थ पुरोहित के लिए पट खोल दिया गया. इसके बाद सुबह 6:30 बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया गया.
वहीं, पवित्र सावन मास में रविवार को पूरा मंदिर परिसर व आसपास के इलाके पर सन्नाटा पसरा रहा. सावन के दूसरी सोमवारी को लेकर भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग दिखे. चौक-चौराहे पर मुस्तैद पुलिस वालों की नजर बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं को मंदिर की ओर प्रवेश नहीं करने के लिए हमेशा बनी हुई है. दर्दभरा बॉर्डर पर भी रविवार को पुलिस पदाधिकारी के द्वारा कांवरियों को रोकते देखा गया.
Also Read: Sawan 2021 : बाबा बैद्यनाथ के दर्शन से श्रद्धालु नहीं होंगे मायूस, ऐसे देखें ऑनलाइन पूजा
मालूम हो कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर बाबा मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगायी गयी है. संक्रमण का खतरा ना बढ़े इसी को लेकर दूसरे साल सावन मेला का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है. सावन मास में श्रद्धालुओं का हुजूम ना लगे इसके लिए मंदिर की ओर जुड़ने वाले सभी रास्ते पर पुलिस एवं दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
सावन महीने के दूसरी सोमवारी पर वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार बाबा मंदिर परिसर में विभिन्न बेलपत्र दलों के द्वारा अनोखे पहाड़ी बेलपत्र की प्रदर्शनी लगायी जायेगी. प्रदर्शनी के लिए बीते 2 दिनों से पुरोहित समाज के सैकड़ों लोग दूर-दराज जंगल पहाड़ में अनोखे बेलपत्र की तलाश में निकले हैं.
सावन की दूसरी सोमवारी को लेकर गोड्डा जिले के मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए कोविड गाइड लाइन के तहत पूजा अर्चना की तैयारी की जा रही है. शहर के प्रसिद्व रत्नेश्वर नाथ मंदिर में सोमवारी को लेकर मंदिर प्रबंधन व पुजारी की ओर से बांस-बल्ला लगाकर पूरी तरह से भीड़ को रोकने की तैयारी कर दी गयी है. मंदिर में बिना मास्क के अंदर आने पर रोक की भी पर्ची दीवारों पर लगा दी गयी है.
Also Read: Sawan 2021 : सावन पर कोरोना की मार, पहली सोमवारी को कहीं दिखे श्रद्धालु, तो कहीं पसरा सन्नाटा, देखें Pics
राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर में भी सावन की दूसरी सोमवारी को श्रद्धालुओं की भीड़ ना हो, इसके लिए मुख्य प्रवेश द्वार को बैरिकेडिंग कर दी गयी है. बता दें कि पहली सोमवारी को मंदिर बंद होने के बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी. इसी को ध्यान में रखकर इस बार मंदिर के मुख्य गेट में ही बैरिकेडिंग कर दी गयी है.
मालूम हो कि महामारी के कारण मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है. सिर्फ वहां के पूजारी को पूजा करने की अनुमति प्रदान की गयी है. पहाड़ी मंदिर में अहले सुबह सरकारी पूजा अर्चना के बाद पट खोल दिया जायेगा. श्रद्धालु बाबा का अॉनलाइन दर्शन कर पायेंगे. वहीं, शाम में विशेष शृंगार किया जायेगा अौर महाआरती कर प्रसाद अर्पित कर पट को बंद कर दिया जायेगा. मुख्य प्रवेश द्वार के पास भीड़ ना एकत्रित हो, इसके लिए 9 मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
दूसरी ओर, राजधानी रांची के रातू रोड स्थित शिव पंच मंदिर में रविवार को बाबा भोलेनाथ की विशेष शृंगार हुई. बाबा भोलेनाथ को बर्फ, फूल पत्तियों से सजाया संवारा गया था. बाबा के भक्तों ने भजन गाये इसके बाद महाआरती और प्रसाद का वितरण किया गया.
Also Read: सावन की पहली सोमवारी आज, देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में पसरा सन्नाटा, पुलिस की कड़ी निगरानी
Posted By : Samir Ranjan.