Assam Mizoram Border Clash: पिछले सोमवार को कछार में हुई हिंसा (Violence In Cachar) के बाद से लगातार चौथे दिन असम-मिजोरम सीमा पर तनाव बढ़ा है. यह तनाव संदिग्ध मिजो अतिचारियों द्वारा बराक घाटी (Barak Valley) के करीमगंज जिले (Karimganj district) में अंतर-राज्यीय सीमा के पार बंकर बनाने और उसका मुकाबला करने के लिए असम द्वारा कथित रूप से राज्य बलों की भारी तैनाती के बाद बढ़ा है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मिजोरम (Mizoram) ने गुरुवार को दो दिनों में केंद्र को अपना तीसरा संदेश भेजा. इस संदेश में उसने अपने पड़ोसी असम (Assam) द्वारा विवादित क्षेत्र, जो अब सीआरपीएफ की निगरानी में है, के आसपास अपनी चौकियों को बढ़ाने के बाद नए सिर से सीमा पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. वहीं, असम ने गुरुवार देर शाम दावा किया कि कथित मिजो घुसपैठियों द्वारा बनाए गए बंकर करीमगंज जिले के राताबारी (Ratabari) के भुबीरबंद इलाके में पाए गए थे. कुछ साल पहले मिजोरम ने कथित तौर पर भुबीरबंद में घुसपैठ (Infiltration in Bhubirband) कर एक बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था.
करीमगंज जिले के एसपी पद्मनाभ बरुआ (Karimganj SP Padmanabha Barua) का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. हम सतर्क हैं और इस बार कोई जोखिम नहीं लेने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति पर हम लगातार नजर रखे हुए हैं. घबराने की जरूरत नहीं है. वहीं स्थानीय लोगों का दावा है कि पिछले 48 घंटों में दो असमिया परिवारों को मिजो उपद्रवियों ने उनके घरों से बेदखल कर दिया था.
राताबारी के भाजपा विधायक बिजॉय मालाकार (Ratabari’s BJP MLA Bijoy Malakar) का कहना है कि उन्होंने मिजोरम की ओर से कोई आक्रामक कदम नहीं देखा है. उन्होंने कहा, मैंने अपने पुलिस बल के लिए जनरेटर से लेकर पीने के पानी तक सब कुछ व्यवस्थित किया है. वे बहुत ही कुशलता से क्षेत्र का प्रबंधन कर रहे हैं. लैलापुर जैसी घटना भुबीरबंद में होने की संभावना नहीं है.
बता दें, भाजपा विधायक का यह बयान मिजोरम के गृह सचिव पी लालबियाकसांगी (Mizoram home secretary Pi Lalbiaksangi) के गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पूर्वोत्तर) को लिखे पत्र के कुछ ही घंटे बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि असम अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित धोलाई और हवाईथांग में सशस्त्र पुलिस कर्मियों को जुटा रहा है.
लालबियाकसांगी ने कहा कि असम सरकार द्वारा सशस्त्र पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी की लामबंदी पहले से ही तनावपूर्ण सीमा की स्थिति को देखते हुए आपत्तिजनक है. उन्होंने गृह मंत्रालय से असम को इस तरह के सुदृढीकरण से बचने और उन टुकड़ियों को वापस खींचने के लिए उचित निर्देश जारी करने का अनुरोध किया. इससे पहले मिजोरम ने बुधवार को गृह सचिव अजय कुमार भल्ला (home secretary Ajay Kumar Bhalla) को पत्र लिखकर असम को सरकार के कथित समर्थन से बराक घाटी के निवासियों द्वारा लगाई गई आर्थिक नाकेबंदी को तुरंत हटाने के लिए कहा था.
वहीं, गुरुवार को एक स्पष्टीकरण में असम ने इस बात से इनकार कर दिया कि उसने NH-306, मिजोरम की जीवन रेखा, या पहाड़ी राज्य की ओर जाने वाली किसी अन्य सड़क पर कोई आर्थिक नाकेबंदी की थी. कछार के एसपी रमनदीप कौर (Cachar SP Ramandeep Kaur) ने कहा कि ट्रक ड्राइवरों और खाद्यान्न व्यापारियों ने मिजोरम में सोमवार को हिंसा भड़कने के बाद स्वेच्छा से माल की आपूर्ति बंद कर दी थी.
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सीमा विवाद को देखते हुए असम सरकार ने गुरुवार को एक एडवाइजरी भी जारी की, जिसमें असम के लोगों को मिजोरम की यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है. कहा गया है कि असम के लोगों की व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
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Posted by: Achyut Kumar