मुजफ्फरपुर. वीआइपी नेता सह मंत्री मुकेश सहनी के सोमवार को विधानमंडल की बैठक में नहीं पहुंचने पर भाजपा सांसद अजय निषाद ने कहा कि मुकेश सहनी के एनडीए में रहने या नहीं रहने से कोई असर नहीं पड़ेगा. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में पांच साल सरकार चलेगी. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी का कोई जनाधार नहीं है.
वहीं पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी सोमवार को हम के सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे़ वह शाम करीब छह बजे पहुंचे़ दोनों नेताओं के बीच तीस मिनट तक राज्य की राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई़ हम ने फूलन देवी प्रतिमा मामले में वीआइपी का साथ देने का निर्णय लिया है़
वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को प्रेस कांन्फ्रेंस कर कहा कि वह सरकार के साथ हैं. हमारे नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार अच्छी चल रही है और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. बस यही मांग है कि जब एनडीए में चार पार्टियां है, तो दो का ही नाम हर जगह क्यों आता है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सम्मानित नेता है. उनका भी नाम कहीं नहीं आता है. इसके पहले विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा था बिहार में चार दलों की सरकार है, लेकिन जब भी एनडीए की बात होती है. वहां पर बस भाजपा-जदयू का नाम आता है. वीआइपी व हम का नाम नहीं आता है.
इस कारण से हमने एनडीए की बैठक में जाना उचित नहीं समझा है. जब पत्रकारों ने पूछा कि आप एनडीए से बाहर होंगे या इस्तीफा देंगे,तो उन्होंने कहा कि हम किसे इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी नाराजगी एनडीए से है, जदयू से नहीं.
मुकेश सहनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यूपी में मुझे एयरपोर्ट पर नजरबंद कर वहां से वापस भेज दिया गया है. हम मामले में यह कह सकते हैं कि यूपी में मुझे मुख्यमंत्री योगी ने नहीं वहां पर भाजपा ने वीआइपी को रोका है. सहनी ने कहा कि हम यूपी में अगली विधानसभा चुनाव में अकेले 165 सीटों पर चुनाव में उतरेंगे.
Posted by Ashish Jha