पटना. छठे चरण की नियोजन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की दिशा में शिक्षा विभाग सख्त मुद्रा में है. जमुई जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्राथमिक शिक्षा निदेशक से आग्रह किया है कि चकाई प्रखंड की सभी 19 पंचायत नियोजन इकाइयों की काउंसेलिंग व चयन प्रक्रिया को निरस्त किया जाये.
इन नियोजन इकाइयों ने विशेषकर झारखंड के अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग प्रक्रिया से सुनियोजित तौर पर बाहर रखा है. साथ ही समूची नियोजन प्रक्रिया को खारिज करते हुए नये सिरे से कराने का आग्रह किया है.
प्राथमिक शिक्षा निदेशक को लिखे पत्र में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि अभ्यर्थी बिपिन कुमार ने जिला पदाधिकारी के जरिये भेजे गये शिकायती पत्र में बताया है कि दुलमपुर नियोजन इकाई में राज्य के बाहर के निवासी अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग प्रक्रिया में भाग लेने नहीं दिया गया है.
चकाई प्रखंड की सरौन नियोजन इकाई में अभ्यर्थी नीरज कुमार की काउंसेलिंग इस आधार पर रद्द कर दी गयी कि वह झारखंड का निवासी है. प्राप्त शिकायत पत्रों की जांच की गयी, जो सही पायी गयी.
रोहतास जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह कोचस प्रखंड की कुच्छिला और कपसियां ग्राम पंचायत नियोजन इकाई को आधिकारिक पत्र के जरिये बता दिया गया है कि काउंसेलिंग के बाद दस्तावेजों की जांच के क्रम में दोनों जगहों पर अभी एक-एक अभ्यर्थी के टीइटी अंकपत्र गलत हैं. लिहाजा इनका चयन रद्द कर इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया जाये.
Posted by Ashish Jha