आरा/कोइलवर. जिले में बालू के हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए रविवार को एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में की गयी छापेमारी में नौं नावों के साथ 48 मजदूरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे दिन सोन नदी और उसके तटीय इलाके में खलबली मची रही, लेकिन पुलिस के जाते ही लाल बालू का काला खेल फिर से शुरू हो गया. अहले सुबह पांच बजे से लेकर शाम तीन बजे तक सैकड़ों पुलिस बल के साथ पुलिस कप्तान दस घंटे तक सोन नदी और दियारा इलाके में खाक छाने और महज नौ नावों और 48 मजदूरों को ही पकड़ सके, लेकिन जैसे ही कार्रवाई समाप्त हुई.
पुलिस कप्तान अपने दलबल के साथ वापस जिला मुख्यालय आरा लौटे. शाम छह बजे से ही हजारों नावों का रेला गंगा नदी के रास्ते सोन नदी में प्रवेश कर कोइलवर पुल पार कर चांदी और संदेश के इलाके की तरफ कूच कर गया. महज तीन घंटे पहले दस घंटे चली कार्रवाई के बाद भी हजारों की संख्या में पहुंचे नावों ने प्रशासन सहित पुलिस कप्तान को खुली चुनौती दे डाली.
एसपी विनय तिवारी तड़के ही कोइलवर आ पहुंचे, जिसके बाद सुबह छह बजे डीएसपी मुख्यालय, एसडीपीओ सदर, सर्किल इंस्पेक्टर कोइलवर समेत कोइलवर, बड़हरा, मुफस्सिल, चांदी संदेश, कृष्णागढ़, सिन्हा व धोबहा थाने की पुलिस एसपी के साथ थी.
इस दौरान जिले से आयी वज्र वाहन, जिला पुलिस बल, सीआइएटी, स्टेट रैफ, दंगा निरोधक दस्ता, आंसू गैस दस्ता, महिला पुलिस बल समेत भारी भरकम पुलिस बल सोन नद में उतरी थी. भारी भरकम पुलिस बल के साथ सोन नद को खंगालने उतरी टीम ने नदी में 10 किलोमीटर दूर के दियारा इलाके तक छापेमारी की.
दो स्टीमर व दो नावों पर सवार सैकड़ों की संख्या में रहे पुलिस बल ने करीब 10 घंटे तक नदी के अवैध खनन वाले इलाकों में खाक छान कर अवैध खनन कर रहे नौ नावों और चार दर्जन मजदूरों को पकड़ कर कोइलवर ले आयी.
Posted by Ashish Jha