चोरौत (सीतामढ़ी)/ मधुबनी. उत्तर बिहार की नदियों में उफान जारी है. नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण सुपौल और मधुबनी जिले में तटबंधों के टूटने की सूचना है. निर्मली के सिकरहटा में कोशी का पश्चिमी सुरक्षा बांध (सिकरहटा-मझारी बांध) टूट गया है.
इससे पूर्व सीतामढ़ी के चोरैता प्रखंड से सटे मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड के चंदौली गांव के पास निर्माणाधीन तटबंध एक बार फिर ध्वस्त हो गया, जिससे बाढ़ का पानी कई गांवों में फैल गया है. इधर कमला नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है और कई स्थानों पर तटबंधों की निगरानी की जा रही है.
जानकारी के अनुसार मधवापुर प्रखंड के चंदौली गांव के पास निर्माणाधीन तटबंध के टूटने से चोरौत पूर्वी एवं बररी बेहटा पंचायत के अलावा दर्जनों गांवों में पानी घुसने लगा है. पिछले चार जुलाई को तटबंध टूटने के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो योजनाबद्ध तरीके से नहीं करने के कारण 18 दिन के फिर टूट गया.
ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के यदुपट्टी, परिगामा व भंटाबारी पंचायतों के दर्जनों गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. वहीं, चोरौत-भिट्टामोड़ एनएच 104 में चंद्रसैना डायवर्सन पर तीन फुट पानी बह रहा है.
इधर, सिकरहटा में कोशी का पश्चिमी सुरक्षा बांध (सिकरहटा-मझारी बांध) टूटने की सूचना है. कोशी नदी का पश्चिमी सुरक्षा बांध (सिकरहटा-मझारी बांध) सुपौल जिले के निर्मली प्रखण्ड के सिकरहटा (चुटीआहि ) में गुरुवार की रात लगभग सवा एक बजे के करीब टूट गया.
अभी पानी तिलयुगा नदी तरफ निकल रहा है, पर भुतहा से डगमारा कोशी पश्चिमी तटबन्ध और मझारी से दिघीया होते डगमारा तक आने वाले बीच के गाँवो में पानी भरने का खतरा है. आसपास के लोगों को बिना घबराए और अफवाह से बचते हुए सुरक्षित स्थानों पर निकलने की सलाह दी जा रही है.
Posted by Ashish Jha