कोलकाताः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच रिपोर्ट के खिलाफ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रही है. वहीं, पानीहाटी के तृणमूल विधायक एवं राज्य विधानसभा के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा है कि एनएचआरसी ने जो रिपोर्ट कलकत्ता हाइकोर्ट में सौंपी है, उसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तैयार किया है.
पिछले सप्ताह एनएचआरसी ने बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा पर अपनी रिपोर्ट कलकत्ता हाइकोर्ट के पांच जजों की वृहद पीठ को सौंप दी. इसमें राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाये गये हैं. कहा गया है कि राज्य सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल के लोगों ने विपक्ष को निशाना बनाया और पुलिस एवं प्रशासन ने पीड़ितों की मदद नहीं की.
एनएचआरसी की इस रिपोर्ट के खिलाफ राज्य सरकार कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. राज्य सचिवालय नबान्न से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार रिपोर्ट को कलकत्ता हाइकोर्ट अथवा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के बारे में कानूनी सलाह ले रही है. राज्य सरकार रिपोर्ट को गलत ठहरा रही है. रिपोर्ट के लीक होने पर खुद मुख्यमंत्री ममता ने इसे बंगाल को बदनाम करने को भाजपा की साजिश करार दिया था.
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सूत्रों की मानें, तो बंगाल के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने राज्य सचिवालय नबान्न में चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर आला अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में पूरे मामले को तीन भागों में बांटकर चर्चा की गयी. पहले भाग में चुनाव के दौरान की स्थिति, दूसरे भाग में दो मई को चुनाव नतीजे आने से लेकर पांच मई को ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने तक और तीसरे भाग में छह मई के बाद की स्थिति पर चर्चा की गयी.
आयोग की समिति की ओर से कुख्यात अपराधियों की सूची में राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक तथा तृणमूल कांग्रेस के कुछ विधायकों को कथित तौर पर शामिल किया गया है. इससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत वे तमाम नेता नाराज हैं, जिनको इस सूची में शामिल किया गया है.
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पानीहाटी से तृणमूल कांग्रेस के विधायक और राज्य विधानसभा के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने एनएचआरसी की रिपोर्ट पर गंभीर आरोप लगाये हैं. रविवार को उत्तर 24 परगना जिला के बैरकपुर में उन्होंने दावा किया कि एनएचआरसी ने जो रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी है, उसे भाजपा ने तैयार किया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही साफ कर दिया है कि एनएचआरसी भाजपा के कहे अनुसार काम करने के लिए आयी है. वे लोग बंगाल की रक्षा के लिए नहीं आये. सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद करने आये हैं.
कलकत्ता हाइकोर्ट में एनएचआरसी की रिपोर्ट दाखिल होने के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ के दिल्ली दौरे पर निर्मल घोष ने कटाक्ष किया. कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि राजभवन बंगाल भाजपा का हेडक्वार्टर है. जो भाजपा बोल रही है, राज्यपाल वही बोल रहे हैं.
Posted By: Mithilesh Jha