Jharkhand Naxal News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर के कुरूमगढ़ थाना स्थित कोचागानी व केरागानी गांव के बीच जंगल से तीन आइइडी बम बरामद किया गया. इन्हें जंगल में ही निष्क्रिय कर दिया गया. आपको बता दें कि पिछले पांच दिनों से पुलिस द्वारा ऑपरेशन चक्रव्यूह चलाया जा रहा है.
ये तीनों बम भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने अपनी सुरक्षा व पुलिस बल को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल में बिछाकर छोड़ दिया था. गुमला पुलिस, सीआरपीएफ, झारखंड जगुवार व कोबरा के जवान भाकपा माओवादियों के खिलाफ पांच दिनों से ऑपरेशन चक्रव्यूह चला रहे हैं, ताकि कुरूमगढ़ इलाके में छिपे नक्सलियों को पकड़ा जा सके या मुठभेड़ में मार गिराया जा सके. इसी अभियान के तहत शनिवार को सुरक्षा बल जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. तभी जंगल में बिछाया गया तीन आइइडी बम मिला.
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बताया जा रहा है कि सुरक्षा बल खोजी कुत्ता लेकर चल रहे हैं. खोजी कुत्ता ने ही जंगल में बिछे आइइडी बम तक सुरक्षा बलों को पहुंचाया. इसके बाद सावधानी से जमीन के अंदर गाड़कर रखे गये बम को निकाला गया और जंगल में ही निष्क्रिय कर दिया गया. जब बम को निष्क्रिय किया गया तो पूरा इलाका बम की आवाज से गूंज उठा. गुमला के पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चक्रव्यूह जारी है. अभी भी सुरक्षा बल जंगल में हैं और जंगल में छिपे नक्सलियों की तलाश कर रहे हैं. ऑपरेशन के दौरान तीन आइइडी बम मिला है. जिसे सुरक्षा बलों ने जंगल में ही नष्ट कर दिया. यहां बता दें कि जंगल में बिछे आइइडी बम से सुरक्षा बलों को सर्च ऑपरेशन चलाने में परेशानी हो रही है. आइइडी बम के कारण हाल के दिलों में अब तक दो जवान घायल हो चुके हैं, जबकि एक खोजी कुत्ता शहीद हो गया है. वहीं आइइडी बम की चपेट में आने से तीन दिन पहले एक ग्रामीण की मौत हो गयी थी, जबकि दो ग्रामीण घायल हुए थे.
भाकपा माओवादियों ने जंगल में जगह-जगह आइइडी बम बिछाकर छोड़ दिया है. जिस कारण डर से ग्रामीण जंगल में लकड़ी चुनने, वनोत्पाद का उपयोग करने व पशुओं को चारा खिलाने के लिए जंगल में नहीं घुस रहे हैं. जब भी कोई ग्रामीण व गलती से कोई पशु जंगल में घुसा है. वह आइइडी की चपेट में आ चुका है. एसपी ने कहा कि इस बार सुरक्षा बल जंगल में बिछाये गये सभी आइइडी को बरामद कर निष्क्रिय करने में लगे हैं, ताकि ग्रामीण जंगल में घुसकर वनोत्पाद का उपयोग कर सके. एसपी ने यह भी बताया कि 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद अब क्षेत्र की जनता खुश है. कुछ नक्सली बचे हैं. उन्हें भी जल्द मार गिराया जायेगा. उन्होंने नक्सलियों से अपील की है कि मुठभेड़ से बचना है तो सरेंडर करें.
Posted By : Guru Swarup Mishra