Jharkhand News (खूंटी) : झारखंड के खूंटी जिला अंतर्गत अड़की प्रखंड मुख्यालय में दीपक फाउंडेशन द्वारा संचालित हॉस्पिटल फंड के अभाव में बंद हो गया है. गुरुवार शाम से हॉस्पिटल में बंद हो गया है. 50 बेड क्षमता वाले इस हॉस्पिटल को कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा था. कल्याण विभाग द्वारा 21 माह से कोई राशि का भुगतान नहीं किया गया है. जिसके कारण इस हॉस्पिटल को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
कल्याण विभाग की ओर से राशि भुगतान नहीं करने से हॉस्पिटल में कार्यरत 43 स्वास्थ्यकर्मियों का भी लगभग 4 महीने का वेतन का भुगतान लंबित है. उन्हें भी फिलहाल 15 जुलाई से छुट्टी पर भेज दिया गया है. अगर विभाग द्वारा फंड मुहैया नहीं करायी गयी, तो हॉस्पिटल पूरी तरह से ही बंद हो जायेगी. हॉस्पिटल के बंद होने से क्षेत्र के स्वास्थ्य सुविधा पर बुरा असर पड़ेगा.
बता दें कि अड़की सीएचसी के अलावा एकमात्र इलाज के लिए दीपक फाउंडेशन कल्याण हॉस्पिटल ही सहारा है. कल्याण हॉस्पिटल में अड़की के सुदूरवर्ती क्षेत्र के मरीजों के साथ-साथ तमाड़ क्षेत्र के भी मरीजों का इलाज किया जाता था. लेकिन, अब इस हॉस्पिटल के बंद होने से अब उन्हें या तो अड़की सीएचसी या सदर हॉस्पिटल जाना पड़ेगा.
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कल्याण हॉस्पिटल की शुरूआत वर्ष 2008 में रिंची ट्रस्ट द्वारा रिंची हॉस्पिटल के रूप में की गयी थी. लेकिन, वर्ष 2018 से इसे दीपक फाउंडेशन द्वारा संचालित किया जा रहा है. कल्याण हॉस्पिटल में सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद थी. 24 घंटे इमरजेंसी, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ईसीजी, जेनरल सर्जरी, पैथोलॉजी, महिला विशेषज्ञ, बच्चा रोग विशेषज्ञ सहित ओपीडी की व्यवस्था थी. ये सारी सुविधाएं मरीजों के लिए बिल्कुल मुफ्त थी.
ITDA के परियोजना निदेशक संजय कुमार भगत ने बताया कि फंड नहीं मिलने के कारण फिलहाल हॉस्पिटल में काम बंद कर दिया गया है. इस संबंध में कल्याण विभाग से बात हुई है. विभाग द्वारा बताया गया है कि जल्द फंड मुहैया करा दी जायेगी. फंड मिलने के बाद हॉस्पिटल फिर से कार्य करना शुरू कर देगी.
Posted By : Samir Ranjan.