कोलकाताः पश्चिम बंगाल में फर्जी वैक्सीन कांड के विरोध में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आंदोलन को कुचलने के लिए उत्तर 24 परगना की पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों को आगे कर दिया. कोलकाता में वैक्सीनेसन स्कैम का विरोध कर रहे बंगाल प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य समेत कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया.
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य और दमदम उत्तर से चुनाव लड़ चुकीं डॉ अर्चना मजुमदार की अगुवाई में बंगाल में वैक्सीनेशन घोटाला के विरोध में प्रदर्शन की योजना थी. इसके बारे में पुलिस और प्रशासन को पहले ही सूचना दे दी गयी थी. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने बता दिया था कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा. वे एक ज्ञापन सौंपेंगे और लौट जायेंगे.
श्री भट्टाचार्य ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि आज तक के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि महिला पुलिस को फ्रंटलाइन में रखा गया है. महिला पुलिसकर्मियों को आगे करके हमारे आंदोलन को दबाया जा रहा है. यह उचित नहीं है. जब भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे और विधाननगर कमिश्नरेट की पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने का एलान कर रही थी.
Also Read: कोलकाता में वैक्सीनेशन के नाम पर फर्जीवाड़ा का शिकार हुईं मिमी चक्रवर्ती, निगम का ‘ज्वाइंट कमिश्नर गिरफ्तार’प्रदर्शन के लिए पहुंचीं डॉ अर्चुना मजुमदार के साथ कुछ पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी. उन्होंने इसका प्रतिवाद किया. पूछा कि उनकी गलती क्या है. उन्हें धक्का क्यों दिया जा रहा है. उन्होंने क्या किया है. इस पर पुलिसकर्मी ने कहा कि कुछ नहीं. आप गाड़ी में चलिये. पीछे से माइक पर अनाउंस किया जा रहा था- आप सभी लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया है. आप गाड़ी में जाइए.
बंगाल भाजपा की ओर से दो वीडियो जारी किये गये हैं. 1:27 सेकेंड और 57 सेकेंड के दो वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी जबरन खींचकर डॉ अर्चना मजुमदार को गाड़ी की ओर ले जा रही हैं. वहीं, डॉ अर्चना जोर-जोर से चीख रही हैं कि रुक जाइए. मैं उम्रदराज हूं. आप मुझे घसीट क्यों रही हैं. इस बीच बंगाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को ठेल-ठेलकर पुलिस की गाड़ी में चढ़ा दिया गया.
Also Read: एक साल पहले भी पुलिस ने फर्जी वैक्सीनेशन कांड के सरगना देबांजन से की थी पूछताछउल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के कसबा में तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद मिमी चक्रवर्ती के एक वैक्सीनेशन कैंप में टीका लगवाने के बाद फर्जी वैक्सीनेशन का खुलासा हुआ था. इसके बाद फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देव की गिरफ्तारी हुई, तो पता चला कि उसने ऐसे फर्जी टीकाकरण कैंप लगवाकर करीब दो हजार लोगों को निमोनिया का टीका लगा दिया है.
देबांजन देव ने खुद को कोलकाता नगर निगम का ज्वाइंट कमिश्नर बताकर कई वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया था. बाकायदा वह नीली बत्ती का कार में घूमता था. तालतला में कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा लगायी गयी, तो ममता के करीबी मंत्री फिरहाद हकीम के साथ-साथ उसका भी नाम उसके शिलापट्ट पर लिखा गया था.
इतना ही नहीं, बाद में देबांजन देव की तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आयीं. इसके बाद भाजपा सत्ताधारी दल पर हमलावर हो गयी. देबांजन देव के साथ जिन लोगों की तस्वीरें सामने आयीं थीं, उनसे इस्तीफे की मांग कर डाली. जवाब में तृणमूल ने राज्यपाल के एक कार्यक्रम में देबांजन के बॉडीगार्ड की तस्वीर जारी कर आरोप लगाया कि जगदीप धनखड़ इस साजिश में शामिल हैं.
Posted By: Mithilesh Jha