पटना. पंचायत चुनाव-2021 में पहली बार बूथों पर मतदाताओं की हाजिरी बनाने के लिए बायोमेट्रिक मशीन का प्रयोग होने जा रहा है. हर बूथ पर एक बायोमेट्रिक मशीन लगायी जायेगी. इससे वोटिंग करने के लिए आनेवाले हर वोटर की इसके माध्यम से पहचान सुनिश्चित की जायेगी.
राज्य सरकार की दृढ़ इच्छा है कि पंचायत चुनाव हर हाल में पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया जाये. राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद पंचायत चुनाव में इवीएम मशीन के साथ ही बायोमेट्रिक मशीन लगाने की दिशा में पहल शुरू कर दी है.
अब राज्य के एक लाख 10 हजार बूथों में बायोमेट्रिक मशीन लगायी जायेगी. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बूथ पर स्थापित की जानेवाली बायोमेट्रिक मशीन के साथ पांच प्रकार से जांच की जायेगी. पहले वोट देने आनेवाले हर मतदाता का फिंगरप्रिंट लिया जायेगा.
इसके अलावा हर मतदाता की फेस रीडिंग की जायेगी व उसका इपिक लिया जायेगा. मतदान के पहले इसको सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दिया जायेगा. ऐसे में बोगस मतदान के लिए आनेवाले वोटरों की आसानी से पहचान हो जायेगी.
सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग को इसके लेकर पहल शुरू करने का ग्रीन सिग्नल दिखा दिया है. राज्य में मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, पंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला पर्षद सदस्य के करीब ढाई लाख पदों के लिए मतदान कराया जाना है. बायोमेट्रिक के आने से हर बूथ पर पारदर्शी चुनाव संभव होगा.
Posted by Ashish Jha