Euro Cup 2020 : यूरो कप फुटबॉल के फाइनल में इटली के हाथों शर्मनाक हार के बाद इंग्लैंड की टीम में भारी बवाल शुरू हो गयी है. अपने ही साथी खिलाड़ियों के खिलाफ नस्ली दुर्व्यवहार (racial abuse) के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
क्या है मामला ?
दरअसल इटली के हाथों हार के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने तीन अश्वेत खिलाड़ियों मार्कस रशफोर्ड, बुकायो साका और जेडन सांचो के प्रति नस्ली दुर्व्यवहार किया था.
ये तीनों खिलाड़ी इंग्लैंड की युवा टीम का हिस्सा हैं. इन तीनों की विविधता के लिए सराहना होती है. मैच के बाद दक्षिण मैनचेस्टर के एक कैफे की दीवार पर बनी रशफोर्ड की तस्वीर को भी बिगाड़ा गया. ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने कहा कि वे नस्ली रूप से प्रभावित नुकसान की जांच कर रहे हैं जो घटना सुबह दो बजकर 50 मिनट पर हुई. मैनचेस्टर पुलिस के मुख्य निरीक्षक पॉल सेविल से कहा, यह अपमानजनक बर्ताव है और इसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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अश्वेत खिलाड़ियों के प्रति नस्ली दुर्व्यवहार की हो रही आलोवना
अश्वेत खिलाड़ियों के प्रति नस्ली दुर्व्यवहार की हर ओर आलोचना हो रही है. इंग्लैंड के फुटबॉल संघ (एफए) ने बयान जारी करके कहा कि वे इस ‘घटिया बर्ताव’ से स्तब्ध हैं. वहीं इंग्लैंड के पूर्व स्टार क्रिकेटर केविन पीटरसन ने भी नस्ली दुर्व्यवहार की निंदा की और सवाल उठाया कि ऐसी स्थिति में क्या उनके देश को 2030 फीफा विश्व कप की मेजबानी का अधिकार मिलना चाहिए. गौरतलब है कि इटली ने पेनल्टी शूट आउट में इंग्लैंड को 3-2 से हराकर यूरो कप फुटबॉल का खिताब अपने नाम किया.