कोलकाताः लोक लेखा समिति (पीएसी) के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के आचरण के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य सरकार के साथ असहयोग करने का फैसला किया है. शनिवार को मेदिनीपुर में विधानसभा कमेटी के विवाद के संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने यह बात कही.
शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने मुकुल रॉय को पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (पीसीए) का चेयरमैन नियुक्त कर दिया था. बाद में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने स्पष्ट कर दिया कि विधानसभा की किसी भी कमेटी के चेयरमैन पद पर भाजपा के विधायक नहीं रहेंगे.
दिलीप घोष ने भाजपा विधायक दल के नेता के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसा ही फैसला लिया है. यदि सरकार रीति व नीति को नहीं मानती, विपक्ष को उसका वाजिब हक नहीं देती है, मनमानी करती है, तो भाजपा की भी कोई जिम्मेदारी नहीं है.
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श्री घोष ने कहा नियम के मुताबिक पीएसी का चेयरमैन विपक्षी पार्टी द्वारा भेजे गये नाम से चुना जाता है. भाजपा ने नामों की सूची भेजी थी. वहां से किसी को न चुनकर अपनी इच्छा से तृणमूल की पसंद का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. इसलिए इस सरकार के साथ कोई सहयोग नहीं किया जायेगा. ऐसे पद पर रहकर भी पार्टी का कोई लाभ नहीं होता.
तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हकीम द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट करने के बयान पर दिलीप घोष ने कहा कि वह ऐसी कोशिश कर सकते हैं. पहले भी ऐसी कोशिशें हुई हैं और एक बार और करके देख सकते हैं.
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Posted By: Mithilesh Jha