चतरा : प्रखंड के पेटादरी गांव में लाभुक झाली देवी की जमीन पर बिना कैटल शेड (मुर्गी फार्म) बनाये बिचौलियों ने 28,256 रुपये की राशि निकाल ली. उक्त योजना वर्ष 2016-17 की है. इसकी प्राक्कलित राशि 61,700 रुपये है. बिचौलियों ने मटेरियल के नाम पर 28,256 रुपये की निकासी 30 जून वर्ष 2017 में ही कर ली थी. इसके बाद वर्ष 2020 में पेटादरी पंचायत के रोजगार सेवक चलितर यादव ने 6,536 रुपये मजदूरी भुगतान कर दिया.
योजना में 43 हजार 792 रुपये की निकासी कर ली गयी है. मजदूरों का फर्जी मस्टर रॉल के आधार पर राशि निकाली गयी. मटेरियल राशि की निकासी मुखिया राधा देवी, पूर्व पंचायत सेवक रामविलास राम व रोजगार सेवक दिनेश दांगी की मिलीभगत से की गयी है. मालूम हो कि भुवनेश्वर भुईयां की पत्नी सह कैटल शेड की लाभुक झाली देवी के नाम पर 22 सितंबर 2016 को योजना की स्वीकृति मिली थी, जिसकी योजना स्वीकृति संख्या 12842 है.
लाभुक ने बताया कि मुर्गी शेड के लिए मुखिया के पति को तीन हजार रुपया रिश्वत दिया था, लेकिन अबतक राशि का भुगतान नहीं किया गया है. इस संबंध में बीपीओ जितेंद्र कुमार ने कहा कि मामले की जांच करेंगे. जांच में मामला सही पाये जाने पर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.
मुखिया राधा देवी ने कहा कि राशि की निकासी किसने की है, इसकी जानकारी नहीं है. वेंडर के खाते में रुपया डाला गया है. लाभुक से बात कर सामग्री भेज कर कैटल शेड का निर्माण कराया जायेगा. पैसे लेने का जो आरोप है, वह गलत है.
रोजगार सेवक चलितर यादव ने कहा कि लाभुक झाली देवी के कहने पर मजदूरों की मजदूरी का भुगतान किया है. लाभुक का शेड बना है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है. मटेरियल राशि का भुगतान मेरे कार्यकाल से पूर्व हुआ था.