सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा मैदान के अंदर और बाहर दोनों समय सबसे अच्छे दोस्त बने रहते हैं. दोनों लंबे समय से एमएस धोनी के नेतृत्व वाले चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का हिस्सा रहे हैं और अपनी ऑन-फील्ड केमिस्ट्री के लिए जाने जाते हैं. अक्सर देखा जाता है जब क्रिकेटर्स गुस्से में आकर अपना आपा खो बैठते हैं और झगड़े को तैयार हो जाते हैं. हालांकि ज्यादातर ऐसा तब होता है विरुद्धी टीम के खिलाड़ी कहासुनी करते हैं. पर एक मैच में अच्छे दोस्त रैना और जडेजा आपस में भिड़ गए थें.
2013 में कैरेबियाई द्वीप में भारत के सेलकॉन कप त्रिकोणीय श्रृंखला खेल रहा था जिसमें श्रीलंका और मेजबान वेस्टइंडीज भी शामिल थे. यह धोनी एंड कंपनी के नाबाद और यादगार 2013 चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के ठीक बाद खेला गया था. इस सीरीज में कप्तान धौनी को आराम दिया गया था क्योंकि वह हैमस्ट्रिंग की चोट से जूझ रहे थें. धौनी की अनुपस्थिति में, विराट कोहली को पहली बार भारतीय टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला. भारत और वेस्टइंडीज का के बीच इस सीरीज का तीसरा मुकाबला चल रहा था.
मैच में टीम इंडिया की हालात कुछ ज्यादा खास नहीं थी. लेकिन मैच में तनाव कि स्थिति तब बनी जब टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की गेंद पर भारत सबसे बेहतरीन फील्डर में से एक सुरेश रैना (Suresh Raina) ने कैच छोड़ दिया. विंडीज के रन-चेज के दौरान रैना ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी का कैच छोड़ दिया था, जिससे वह नाराज हो गए थे. इसको लेकर रैना और जडेजा के बीच में तीखी नोकझोंक हुई.
मैच की बात करें तो विंडीज ने भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था. कप्तान के रूप में अपने पहले गेम में कोहली के शतक और शिखर धवन के 69 रनों के साथ, भारत ने 311-7 रन बनाए. वहीं वेस्टइंडिज की टीम 171 ऑल-आउट (34) हो गयी और 102 रनों के अंतर से हार गयी. उसके बाद भारत ने श्रीलंका को लगातार दो बार हराकर त्रिकोणीय श्रृंखला जीती.