पटना. समाज कल्याण विभाग में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (डीपीओ) के पद पर हुए तबादले का विवाद गहरा गया है. दो दर्जन से अधिक हुए तबादले को लेकर विभागीय मंत्री मदन सहनी और विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद आमने-सामने हैं. मंत्री ने जहां इस्तीफा दिये जाने की बात कही है.
वहीं, अपर मुख्य सचिव ने फिलहाल कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है. दूसरी ओर तबादले को लेकर उठे विवादों के बीच मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने संबंधित फाइल को अपने पास मंगवा लिया है.
उन्होंने इसके अध्ययन के बाद कोई भी निर्णय लेने की बात कही है. सूत्रों के मुताबिक,अपर मुख्य सचिव नियमों के अनुसार कुछ ही डीपीओ के तबादले के पक्ष में थे, जबकि उनके पास दो दर्जन से अधिक डीपीओ के तबादले की फाइल भेजी गयी.
अपर मुख्य सचिव की मर्जी के खिलाफ जून के अंतिम दिन बुधवार को 25 डीपीओ के तबादले की अधिसूचना भी जारी हुई. सूत्र बताते हैं कि विभाग में सीडीपीओ के पद पर बड़े पैमाने पर तबादले होने थे, जिसकी अधिसूचना जारी नहीं हो पायी. इधर, मंत्री ने अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.
प्रभात खबर से बातचीत में मंत्री मदन सहनी ने कहा कि वह शनिवार को इस्तीफा दे देंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर वह अपनी बात रखेंगे और इस्तीफा देंगे. पार्टी विधायक शशिभूषण हजारी के निधन को लेकर दरभंगा जा रहे सहनी ने कहा, विभाग में उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है.
फाइल पर लिखित आदेश दिये जाने के बावजूद कोई अमल नहीं हो रहा है. वहीं, विभागीय अपर मुख्य सचिव ने अतुल प्रसाद ने कहा कि वह दो दिन पहले पटना आये हैं, जो भी फाइलें थीं, सभी की अधिसूचना वेबसाइट पर जारी कर दी गयी है. मंत्री के साथ विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद अपनी बात रखेंगे.
मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण का कहना है कि इसकी फाइल मेरे पास आयी है. मैं इसे देखता हूं. क्या मामला है, अध्ययन करने के बाद ही कोई निर्णय ले पाऊंगा.
Posted by Ashish Jha