Bengal Crime News: पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स डे (Doctor’s Day) पर नर्सिंग होम के कर्मचारियों पर मरीजों के परिजनों को पीटने के गंभीर आरोप लगे हैं. यह घटना पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थाना इलाके के राजबांध स्थित मां दुर्गा नर्सिंग होम से सामने आई है. दूसरी तरफ मां दुर्गा नर्सिंग होम ने शिकायत को गलत बताया है. घटना के बाद कांकसा थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची. मारपीट के आरोप की घटना की पुलिस जांच पड़ताल कर रही है.
घटना का कारण राज्य सरकार का स्वास्थ्य साथी कार्ड है. राजबांध के मां दुर्गा नर्सिंग होम के खिलाफ मरीज को जबरन रोककर रखने के आरोप को लेकर विवाद शुरू हुआ. स्वास्थ्य साथी कार्ड पर भर्ती मरीज के परिवार के सदस्यों की पिटाई की गई. मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की है. मारपीट की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मरीज के सात परिजनों को बचाया. सातों घायलों को पुलिस ने ब्लॉक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है.
बताया जाता है कांकसा गांगबिल माना की रीता चौधरी को 25 जून को स्वास्थ्य साथी कार्ड पर राजबांध के मां दुर्गा नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. हालत बिगड़ने पर उसे बर्दवान मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. इस बीच नर्सिंग होम में एडमिट रीता चौधरी के परिजनों ने मरीज को रिलीज करने का आग्रह किया. मरीज के परिजन छोटेलाल चौधरी के मुताबिक प्रबंधन ने हेल्थ कार्ड से पैसा अप्रूव नहीं होने की बात कहकर मरीज को रिलीज करने से इंकार किया था.
Also Read: NHRC ने कलकत्ता HC में सौंपी बंगाल हिंसा की रिपोर्ट, BJP नेताओं ने एक सुर में ममता को कहा ‘फेल’मरीज के परिजनों का आरोप है कि रीता चौधरी को खाना भी नहीं दिया गया. मरीज को बिना हेल्थ कार्ड के छोड़ने का आग्रह भी किया गया. लेकिन, उनकी एक नहीं सुनी गई. इस पर विवाद शुरू हो गया. इसके बाद नर्सिंग होम के कर्मचारियों ने रॉड से मरीज के परिजनों की पिटाई कर दी. मारपीट में मरीज के सात परिजन घायल हुए हैं. जबकि, अस्पताल का आरोप है कि उनके स्टाफ की पिटाई की गई है. मरीज को छुट्टी देने में दो घंटे की देरी पर हमला किया गया.