गुमला : गुमला जिले में पिछले एक सप्ताह से बारिश नहीं हो रही है. वर्षा नहीं होने के करण किसान चिंतित हैं. सबसे ज्यादा चिंतित छींटा विधि से धान की खेती कर चुके एवं धान का बिचड़ा लगाने वाले किसान हैं. वर्षा नहीं होने के कारण धान की फसल एवं बिचड़ा पर असर पड़ रहा है. फसल एवं बिचड़ा को जिंदा रखने के लिए किसान कुआं, डोभा, तालाब व नदी के पानी का सहारा ले रहे हैं.
बतातें चले कि मॉनसून आगमन के पहले से जिले में रोजाना वर्षा हो रही थी. जिससे किसान काफी खुश थे. अच्छी वर्षा होने के कारण किसानों ने खेतीबारी का काम शुरू कर दिया. कई किसानों ने छींटा विधि से धान की खेती की. जिले में आठ हजार हेक्टेयर से भी अधिक भूमि पर धान की खेती हो चुकी है. वहीं कई किसानों ने रोपा विधि से धान की खेती करने के लिए बिचड़ा तैयार करने में लगे हुए हैं. परंतु इधर, 23 जून तक अच्छी बारिश हुई.
24 जून को जिले के 12 प्रखंडों में से सिर्फ रायडीह प्रखंड क्षेत्र में 6.4 मिमी एवं जारी प्रखंड क्षेत्र में 21.2 मिमी बारिश हुई. इसके बाद 25 जून से जिले में बारिश ही नहीं हुई है. जिसका सीधा असर खेती-बारी पर पड़ रहा है. वहीं वर्षा नहीं होने के कारण कई किसान खेती-बारी को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. सदर प्रखंड गुमला के किसान एतवा उरांव, सुखराम उरांव, बुधवा उरांव, महली भगत, घुरन साहू आदि किसानों ने बताया कि खेती-बारी का काम शुरू कर दिये हैं. खेत को एक बार फिर से जोतना है. परंतु इधर, विगत एक सप्ताह से बारिश नहीं हुई है. यदि यही स्थिति रही तो कुआं, तालाब से खेत में पानी डाल कर खेत का जुताई करनी पड़ेगी.