Jharkhand News (धनबाद) : झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत मुगमा के शासनबड़िया NH-2 के किनारे बंद ECL की लक्खीमाता ओपीसी में भू-धंसान और गैस रिसाव की सूचना पर मंगलवार को ECL के मुगमा एरिया सेफ्टी अधिकारी यूपी चौधरी और कोलियरी अभिकर्ता कलबल भास्कर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. प्रबंधन द्वारा भू-धंसान स्थल की भराई शुरू कर दी गयी है.
सेफ्टी अधिकारी श्री चौधरी ने कहा कि भू-धंसान स्थल की भराई की जा रही है, लेकिन बारिश के कारण हाइवा को आने-जाने में दिक्कत हो रही है. रविवार की रात क्वायरी में भू-धंसान के बाद गैस का रिसाव होने से स्थानीय लोगों में ECL के प्रति आक्रोश है.
यूनियन प्रतिनिधियों समेत स्थानीय लोगों का कहना है कि मुगमा स्थित ECL की बंद क्वायरी और ओबी डंप में चारों तरफ आग लगी हुई है. धुआं और गैस रिसाव से लोगों को परेशानी हो रही है. जनप्रतिनिधियों व लोगों के दबाव पर ECL प्रबंधन द्वारा खदान में छाई डाला गया था, लेकिन आग अंदर ही अंदर फैल रही है. इसके कारण आये दिन भू-धंसान और गैस रिसाव की घटना हो रही है.
इधर, खनन विशेषज्ञों का मानना है कि बंद ECL की कापासारा क्वायरी से लेकर शासनबड़िया लक्खीमाता कोलियरी की बंद क्वायरी तक अंदर ही अंदर सुलग रही आग पर काबू पाने के लिए मेगा फायर प्रोजेक्ट खोलने की जरूरत है. तभी आग पर काबू पाया जा सकता है.
सूत्रों का कहना है कि बंद कापासारा से लेकर लक्खीमाता ओसीपी के अंदर प्रचुर कोयला भंडार है. यदि योजना बनाकर इस पर पहल शुरू नहीं की गयी, तो आने वाले वर्षों में दिल्ली-कोलकाता ग्रैंडकोड लाइन के अलावा NH-2 पर खतरा उत्पन्न हो सकता है.
Posted By : Samir Ranjan.