देश के कई राज्यों में एक बार फिर वैक्सीनेशन की रफ्तार में आ रही कमी साफ देखी जा रही है. राज्यों के कई सेंटर से वैक्सीन की कमी की वजह से लोग वापस लौट रहे हैं. कई राज्यों में वैक्सीनेशन सेंटर बंद हैं, राज्यों ने वैक्सीन की कमी की जानकारी केंद्र सरकार दे दी है.
जिन राज्यों में वैक्सीन की कमी है उनमें मुख्य रूप से , राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड कर्नाटक सहित कई राज्य हैं. मुख्य रूप से इन राज्यों में वैक्सीनेशन अभियान धीमा पड़ गया है. राजस्थान के जयपुर में ज्यादातर सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गये हैं.
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जयपुर के साथ- साथ राजस्थान के कई जिलों का यही हाल है. राजस्थान उन राज्यों में शामिल रहा है जहां वैक्सीनेशन की रफ्तार को तेजी मिली है. 15 लाख वैक्सीन की डोज हर दिन का टारगेट रहा है. मंगलवार को केंद्र की तरफ से 60000 कोवैक्सीन की डोज भेजी गयी जबकि राजस्थान ने दो लाख डोज की मांग की थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भी बयान दिया कि अगर हमारे वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज रहेगी तो ही हम तीसरी लहर के खतरे से बच सकेंगे.
झारखंड में भी कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बहुत से जिलों में वैक्सीन की कमी है. कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से झारखंड के कई राज्यों के सेंटर पर वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. राज्य को अबतक आबादी के अनुसार, लगभग 80 लाख डोज वैक्सीन केंद्र से मिलनी चाहिए थी, लेकिन अभी तक 68,82,670 डोज वैक्सीन ही केंद्र से मिली है.
जुलाई माह में झारखंड को सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण के लिए लगभग 24.85 लाख वैक्सीन का कोटा मिला है, लेकिन इसकी आपूर्ति का जो शेड्यूल मिला है, उसके अनुसार जुलाई माह के पहले पखवाड़े में 9,57,790 डोज वैक्सीन ही मिल पाएगी.
कर्नाटक में भी वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है क्योंकि यहां भी वैक्सीन की कमी है. राज्य सरकार ने यहां की कम से कम 80 फीसद आबादी को तीसरी लहर से पहले वैक्सीन देना चाहती है ताकि संक्रमण का खतरा कम ना हो. राज्य ने 21 जून को 11.6 लाख वैक्सीन का रिकार्ड बनाया. अब राज्य में वैक्सीन की कमी से राज्य सरकार की चिंता बढ़ गयी है.
बिहार में भी वैक्सीन की कमी की वजह से कई वैक्सीनेसन सेंटर बंद हैं. मंगलवार को जारी किये गये आंकड़े पर नजर डालेंगे तो बिहार रात आठ बजे तक जारी आंकड़ों के हिसाब से केवल 35646 लोगों को टीका लगा. जबकि टीकाकरण केंद्रों की संख्या भी सिर्फ 694 रही. वैक्सीन की कमी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य में राज्य में 6000 से अधिक टीकाकरण केंद्रों पर टीके लगे थे जबकि मंगलवार को यह संख्या महज 694 रही.
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खबरों के अनुसार राज्य को 2.83 लाख टीके के डोज मिले, जिलों को भेज दिया गया है. पौने आठ लाख टीके की डोज और बिहार को मिलनी है. उम्मीद है कि इस वैक्सीन के मिलने के बाद बिहार के आंकड़ों में सुधार होगा.