दक्षिण अफ्रीका में गृह विभाग द्वारा लाया गया एक प्रस्ताव खासा चर्चा में है और इस प्रस्ताव को लेकर देश का रुढ़िवादी वर्ग काफी नाराज है. यह प्रस्ताव महिलाओं को एक से अधिक पति रखने की इजाजत देने से जुड़ा है. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार सरकार विवाह संस्था में सबको समान अधिकार देने के इरादे से यह प्रस्ताव लेकर आयी है.
महिलाओं के लिए एक से अधिक पति का प्रस्ताव इसलिए लाया गया है ताकि विवाह को और समावेश और सबकी समान भागीदार वाला बनाया जाये, लेकिन यह ग्रीन पेपर प्रपोजल सबसे विवादास्पद बन गया है. इस विषय पर सरकार ने 30 जून तक सुझाव और टिप्पणियां आमंत्रित की हैं. सरकार ने यह प्रस्ताव अप्रैल में तैयार किया था और इसे मई में सुझावों के लिए खोल दिया गया था.
सरकारी दस्तावेज में यह कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका में विवाह के नियम संविधान के अनुसार नहीं हैं, बल्कि यह परंपराओं पर ज्यादा आधारित है. इस दस्तावेज में यह कहा गया है कि देश में विवाह कानून के जरिये एक ऐसे समाज की नींव रखने की कोशिश की जा रही है जहां सबको समान हक मिले, नागरिकों के आत्मसम्मान की रक्षा हो, मानवीय गरिमा कायम रहे और विविधता में एकता के सिद्धांत को मजबूती मिले.
सरकार ने अपने प्रस्ताव के बारे में कहा है कि इसे काफी शोध करने के बाद बनाया गया है . इसके लिए धार्मिक और पारंपरिक नेताओं से भी बात की गयी है. ज्ञात हो कि दक्षिण अफ्रीका का संविधान काफी उदार है, यहां बहुविवाह के साथ-साथ समलैंगिक विवाह की भी अनुमति है.
लेकिन सरकार के इस प्रस्ताव का विपक्ष विरोध कर रहा है. प्रस्ताव का विरोध करने वाले प्रमुख चेहरों में से एक रियलिटी टीवी स्टार मूसा मसेलेकु हैं. उनका कहना है कि महिलाओं के बहुपति रखने से हमारी संस्कृति नष्ट हो जायेगी. हमारे अस्तित्व की रक्षा करना, हमारा आध्यात्मिक वर्तमान पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. मूसा मसेलेकु की चार पत्नी हैं.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में बहुविवाह की परंपरा काफी पुरानी है. खासकर ग्रामीण इलाकों में यह परंपरा खूब देखी जाती है. अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में इस परंपरा को समाप्त करने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो पाये. विश्व के कई देशों में आदिवासी समाज में बहुपतित्व की परंपरा पुराने समय में थी और कहीं-कहीं आज भी देखी जाती है.
Posted By : Rajneesh Anand