रालोसपा का जदयू में विलय कराकर जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के साथ अपने संबंधों को लेकर खुलकर बताया है. उपेंद्र कुशवाहा ने समाचार चैनल न्यूज 18 को दिये एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर अपनी सफाई दी. राजनीतिक गलियारों से लेकर आम लोगों के बीच इस बात की चर्चा काफी अधिक रहती है कि कुशवाहा के जदयू ज्वाइन करने के बाद आरसीपी सिंह एक मंच पर कहीं नहीं दिखे. इसे लेकर भी कुशवाहा ने अपनी सफाइ दी.
रालोसपा का विलय कराने के बाद जब उपेंद्र कुशवाहा दोबारा जदयू वापस लौटे तो सीएम नीतीश कुमार बेहद खुश दिखे. उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच उपेंद्र कुशवाहा को जेडी(यू) के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया. इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह मौजूद नहीं थे. जिसके बाद तरह-तरह की अटकलबाजी सियासी गलियारों में शुरू हो गयी थी.
न्यूज 18 से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने इन चर्चाओं पर विराम लगाया है कि उनके और आरसीपी के बीच कुछ सही नही चल रहा. उन्होंने कहा कि मेरे और आरसीपी सिंह के बीच संबंध बेहतर हैं. वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. हाल में भी उनसे बात हुई थी जब कोरोना संकट के दौरान मै दिल्ली में था.
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उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि किसी बैठक में साथ होना तब जरूरी होता है जब वैसी कोई बैठक हो. अभी तक वैसी कोई बैठक हुई नहीं है जिसमें एकसाथ रहना जरूरी हो. कुशवाहा ने कहा कि हर बैठक में सभी लोग उपस्थित रहें, ऐसा जरूरी नहीं है. मजाकिया अंदाज में उन्होंने यह तक कह दिया कि क्या अभी ही आरसीपी सिंह को फोन लगाकर बात कर लूं.
कुशवाहा ने इस दौरान शिक्षकों के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि वो पहले भी शिक्षकों के बेहतरी को लेकर सक्रिय थे और अब सरकार के साथ हैं तो इसमें आसानी होगी. वहीं रालोसपा का जदयू में विलय कराने को लेकर उन्होंने बताया कि कई मुद्दे ऐसे हैं जिनपर सरकार में रहकर काम करने में आसानी होगी. इस दौरान कॉलेजियम सिस्टम को हटाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये कलंक है और इसे जदयू एजेंडा के रूप में पूरे देश में चलाएगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan