पटना . पटना जिले में कोरोना की रफ्तार पर लगाम जारी है़ हालांकि आंकड़ों में उतार चढाव देखने को मिल रहे हैं. किसी दिन 50 के ऊपर तो किसी दिन 50 के नीचे मरीज मिल रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को पटना जिले में मात्र 20 मरीज ही 24 घंटे के अंदर मिले हैं. बताया जा रहा है कि अप्रैल, मई व जून में अब तक के सबसे कम मरीज मिले हैं.
देखा जाये तो अप्रैल व मई महीने की तुलना में 25 जून को संक्रमण का ग्राफ इतना नीचे आया है. इसके साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 343 तक पहुंच गयी है़ शुक्रवार को 23 मरीजों ने कोरोना को मात दी है़ वहीं सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी के मुताबिक मरीजों की संख्या में धीरे-धीरे कमी आ रही है.
मरीजों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की जांच कराइ जा रही है़ उन्होंने कहा कि अभी संक्रमण का खतरा बिल्कुल भी नहीं टला है़ इसलिए मास्क जरूर लगाएं. भीड़-भाड़ व बाजार में जाने से बचें. हाथों को समय-समय पर धोते रहें. लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करें. यदि होम आइसोलेशन में मरीज है तो उसका खयाल रखें. अलग कमरे में मरीज को रखें.
शहर के पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस व कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है क्योंकि इन दोनों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कोरोना व ब्लैक फंगस से बीते 24 घंटे में एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. हालांकि दोनों अस्पताल मिलाकर पांच नये कोरोना और चार ब्लैक फंगस के नये मरीजों को संबंधित वार्डों में भर्ती किया गया है.
वहीं जानकारी देते हुए आइजीआइएमए के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि बीते तीन दिन से संस्थान में एक भी ब्लैक फंगस व कोविड के मरीजों की मौत नहीं हो रही है़ हालांकि चार नये कोविड मरीजों को भर्ती किया गया है, जबकि तीन ब्लैक फंगस के मरीजों को भर्ती किया गया.
इसके साथ ही संस्थान में 144 कोविड व 108 ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है़ यहां 31 कोविड का बेड खाली है़ वहीं पीएमसीएच में भी कुल चार मरीजों का कोविड वार्ड में व 18 मरीजों का ब्लैक फंगस वार्ड में इलाज चल रहा है़
Posted by Ashish Jha