पटना. प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में करीब साढ़े चार हजार असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने इंटरव्यू की तैयारियां शुरू कर दी हैं. जुलाई के प्रथम सप्ताह में इसका शेड्यूल जारी कर दिया जायेगा और संभवत: 12 से 17 जुलाई के बीच इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
इसके लिए कॉल लेटर जुलाई के प्रथम सप्ताह में ही जारी कर दिये जायेंगे. कॉल लेटर रजिस्टर्ड डाक और अभ्यर्थियों के इमेल पर भेजे जायेंगे. वेबसाइट पर इसकी सूचना अपडेट की जायेगी. असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए करीब 60 हजार अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया जाना है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इंटरव्यू के लिए अधिकतम छह बोर्डों का गठन किया जायेगा. प्रत्येक बोर्ड में तीन एक्सपर्ट होंगे, जिनमें दो एक्सपर्ट स्थानीय होंगे. एक एक्सपर्ट दूसरे राज्य का होना अनिवार्य होगा. हालांकि, एक्सपर्ट का चयन नियमानुसार बेहद गोपनीय रखा गया है.
इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थियों की संख्या कोरोना प्रोटोकाल के तहत तय की जानी है. जानकारों का कहना है कि इंटरव्यू दो पालियों में विषयवार आयोजित किया जायेगा. इस पर अभी अंतिम निर्णय किया जाना है.
चूंकि 60 हजार अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की प्रक्रिया दो साल से अधिक समय तक चलने की उम्मीद है. बोर्ड के सामने दुविधा है कि चयनित अभ्यर्थियों की सूची एक साथ जारी करे अथवा चरणवार.
दरअसल, प्रदेश के विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भारी कमी है. इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग और राजभवन चाहते हैं कि विवि व कॉलेजों को असिस्टेंट प्रोफेसर जल्द मिले. फिलहाल राज्य सेवा आयोग इस संबंध में मंथन कर रहा है.
इंटरव्यू कोरोना प्रोटोकॉल के तहत होंगा. इंटरव्यू से अभ्यर्थियों को कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी. इसी तरह इंटरव्यू लेने वाले विशेषज्ञों को भी कोरोना निगेटिव होना अनिवार्य होगा.
बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ राजवर्धन आजाद ने कहा कि चूंकि देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में अभी काफी कमी आयी है. इसलिए आयोग असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए इंटरव्यू कराने जा रहा है. जुलाई के मध्य में आयोग इंटरव्यू शुरू करेगा.
इसके लिए जरूरी तैयारियां की जा रही हैं. कॉल लेटर डाक और इमेल दोनों से भेजे जायेंगे. इंटरव्यू की पूरी प्रक्रिया कोरोना प्रोटोकाल के तहत पूरी की जायेगी. अभ्यर्थियों व एक्सपर्ट सभी के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी.
Posted by Ashish Jha