सिसई : मुसीबत आने पर कुछ महिला हताश हो जाती हैं. परंतु कुछ महिलाएं ऐसी हैं, जो हिम्मत नहीं हारती. घर-परिवार का बोझ खुद उठाते हुए समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाती हैं और परिवार का जीविका भी चलाती है. ऐसी ही सफल महिला उद्यमी सिसई प्रखंड के मेन रोड निवासी पूनम देवी है. पति की मौत के बाद 10 हजार रुपये से व्यवसाय शुरू की. व्यवसाय चल पड़ा. आज जेनरल दुकान खोल ली. अब दो लाख रुपये का व्यवसाय करती है.
दुकान की कमाई से दो बेटियों को स्नातक तक की शिक्षा दिला कर शादी की और दो बच्चों को अभी पढ़ा रही हैं. बेटियों की शिक्षा, शादी और व्यवसाय करने के लिए पूनम तीन बार में छह लाख रुपये का कर्ज लेकर लोन चुकता भी कर चुकी है. पूनम देवी बताती है कि पति बस में एजेंटी कर घर का खर्च चलाते थे. 2013 में उनका निधन हो गया. जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी. तीन बेटी व एक बेटा की परवरिश करना मुश्किल हो गया.
2014 में छोटानागपुरी सांस्कृतिक संघ से जुड़ कर महिला व दिव्यांगों के लिए काम करने लगी. पूर्व से महिला मंडल से जुड़ी हुई थी. मेन रोड में घर होने के कारण सहेलियों की सलाह और सहयोग से 10 हजार का सामान लेकर जेनरल स्टोर दुकान शुरू की. दुकान चलाने में बच्चे भी सहयोग करते थे. इनकी लगन व मेहनत रंग लायी और व्यवसाय चल निकला. 10 हजार से शुरू किया गया व्यवसाय आज दो लाख से ऊपर का हो गया. पूनम का लक्ष्य सात क्लास में पढ़ रही विद्या रानी और तीन क्लास में पढ़ रहे कृष केशरी को उच्च शिक्षा दिला कर ऊंचे ओहदे में पहुंचाना है.