जॉन मैकफी ने स्पेन की जेल में आत्महत्या कर ली. वह दुनिया की प्रसिद्ध कंप्यूटर एंटीवायरस सॉफ्टवेयर के निर्माता थे. उनके निधन के बाद उनके उस ट्वीट की खूब चर्चा होने लगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर जेल में वे कथित आत्महत्या से मरते हैं तो इसके लिए साजिश को जिम्मेदार ठहराया जाये.
उन्होंने अपने टि्वटर अकाउंट पर जेल के अनुभव, वहां का खाना और अपने ऊपर चल रहे आरोपों पर भी लिखा. उनके आत्महत्या के बाद अब पुलिस अनुमान लगा रही है कि वो अमेरिका नहीं लौटना चाहते थे जिस वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली .
उन्हें स्पेन की कोर्ट ने कर चोरी के मामले में अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने की मंजूरी दी थी. 75 साल के जॉन मैकफी बुधवार दोपहर बार्सिलोना में ब्रायन्स 2 जेल में अपने सेल में मृत मिले.
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स्पेन के पुलिस अधिकारियों ने शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या माना है हालांकि इस मामले की दूसरे ऐंगल से भी जांच की जा रही है. उन्हें कर चोरी के मामले में आरोपों का सामना करना पड़ता . अगर इस मामले में उन्हें दोषी पाया जाता तो उन्हें 30 साल की सजा होती.
उनके वकील ने भी माना है कि उन्होंने आत्महत्या की है लेकिन उसने उनके खिलाफ अन्याय होने का भी आरोप लगाया है. वकील जेवियर विलाल्बा ने कहा, इतने लंबे समय तक जेल में बंद रखने का कोई कारण नहीं था.
इंग्लैंड में जॉन मैकफी का जन्म 8 सितंबर 1945 को हुआ था. साल 1987 में उन्होंने एक सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee Associates की स्थापना की और इसे चलाते रहे यह दुनिया की सबसे बड़ी एंटीवायरस कंपनियों में एक बनी इसका खूब नाम हुआ.
कंपनी के नाम के साथ- साथ जॉन मैकफी का नाम भी बड़ा हुआ लेकिन कई बार उनके बयान उनकी हरकतें चर्चा में रही. वह किप्टोकरेंसी को सही मानते थे और टैक्स को लेकर भी विरोध में बयान देते थे अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी बने.
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अमेरिका ही नहीं कई देशों में उनके खिलाफ मामले चल रहे थे. उन्होंने 2016 और 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अपनी किस्मत आजमायी मैकफी को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था.तब से वह स्पेन की जेल में बंद थे.