कोलकाता/नयी दिल्लीः पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्य सचिव और ममता बनर्जी के करीबी आइएएस अधिकारी आलापन बंद्योपाध्याय के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है. केंद्र सरकार ने कथित कदाचार और दुर्व्यवहार को लेकर पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव के खिलाफ बड़ी दंडात्मक कार्यवाही शुरू की है.
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सलाहकार की भूमिका निभा रहे आलापन बंद्योपाध्याय से कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) द्वारा आरोपों का उल्लेख करते हुए भेजे गये “ज्ञापन” का 30 दिनों के अंदर जवाब भेजने को कहा गया है.
अधिकारियों ने कहा कि पूर्व मुख्य सचिव को बड़ी दंडात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी गयी है, जिसके तहत केंद्र सरकार पेंशन या ग्रेच्यूटी अथवा दोनों पूरी तरह से या उसका कुछ हिस्सा रोक सकती है. आलापन बंद्योपाध्याय के मुद्दे पर ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच काफी तकरार मची थी.
ममता बनर्जी ने आलापन बंद्योपाध्याय का कार्यकाल तीन महीने बढ़ाने की अपील केंद्र सरकार से की थी. केंद्र ने बंगाल के तत्कालीन मुख्य सचिव के कार्यकाल को बढ़ाने की अनुमति तो दे दी, लेकिन अचानक उन्हें दिल्ली बुला लिया गया. ममता बनर्जी ने उन्हें रिलीज करने से इनकार कर दिया और आलापन ने दिल्ली जाने से मना कर दिया.
बताया जाता है कि यश चक्रवात का जायजा लेने के लिए बंगाल दौरे पर गये प्रधानमंत्री के साथ कथित अनुचित व्यवहार से नाराज होकर केंद्र ने आलापन को दिल्ली बुलाया था. आलापन ने दिल्ली में ज्वाइन करने से इनकार कर दिया और रिटायरमेंट ले ली. रिटायरमेंट के तुरंत बाद ममता बनर्जी ने उन्हें मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त कर दिया.
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Posted By: Mithilesh Jha