Mgnrega Scam In Jharkhand रांची : ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को गांव में ही रोजगार मुहैया कराने लिए सरकार ने कई योजनाएं चला रखी हैं. मनरेगा इन्हीं में से एक है, लेकिन इसमें भी भ्रष्टाचार हावी है. धरातल पर काम नजर आये या नहीं, पैसे की निकासी पहले कर ली जा रही है. ताजा मामला कांके प्रखंड के सुकुरहुटू उत्तरी पंचायत के लाभुक सोनालाल महतो का है. मनरेगा के तहत इनके यहां सिंचाई कूप का निर्माण होना था, लेकिन कूप निर्माण से पहले ही सामग्री मद में 1.11 लाख रुपये और मजदूरी मद में 40,400 रुपये की निकासी कर ली गयी.
एमआइएस रिकॉर्ड पर यह दर्ज है. कांके प्रखंड में फैली इस गड़बड़ी को लेकर प्रभात खबर ने 10 जून को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. खबर छपते ही कांके ब्लॉक के अधिकारी रेस हो गये. आनन-फानन में सोनालाल महतो से संपर्क किया और 10 जून को कुआं की खुदाई शुरू कर दी. अब तक यहां मात्र आठ फीट ही खुदाई हो पायी है.
कांके प्रखंड में मनरेगा के तहत खोदे जा रहे कुआं में गड़बड़ी की जांच के लिए जिला प्रशासन की ओर से जांच टीम गठित की गयी है. टीम गांव-गांव में जाकर कुओं की जांच कर रही है, लेकिन टीम की ओर से कब और कहां जांच की जा रही है, इसकी सूचना बिरसा मुंडा भ्रष्टाचार निरोधक संगठन के सदस्यों को नहीं दी जा रही है. यह वही संगठन है, जिसने प्रखंड में कुआं निर्माण में हो रही गड़बड़ी का खुलासा किया था.
बिना कुआं खोदे ही पैसे की निकासी हो जाने के बाद जब मामला खुला, तो एक और बात सामने आ गयी. ब्लॉक के कर्मियों की ओर से 20 किमी दूर हेसलपीढ़ी पतरातू से मजदूरों को लाकर कुआं की खुदाई करायी जा रही है. इन्हें यह कहा गया है कि जल्द से जल्द कुआं खोदे. जो मजदूरी है, उससे अधिक का भुगतान कर दिया जायेगा.
जिन गांवों में मनरेगा के तहत कुएं की खुदाई हो रही है, वहां बीपीओ, इंजीनियर व पंचयात सेवक लाभुकों से सादे वाउचर में साइन करा रहे हैं. जो साइन नहीं कर रहा, उसे धमकाया जा रहा है. लाभुक घुनघुन महतो ने जमीन बेचकर कुआं खुदवाया है, पर इन्हें भुगतान नहीं हुआ. सादे वाउचर पर साइन करने के लिए इन्हें रोज धमकी दी जा रही है.
प्रखंड में मनरेगा के तहत खोदे गये कुंओं की जांच प्रशासन की टीम कर रही है. जहां-जहां गड़बड़ी पायी जायेगी, इसमें जो भी शामिल होंगे. उन पर कार्रवाई की जायेगी.
शिलवंत भट्ट, बीडीओ कांके
Posted By : Sameer Oraon