पटना : एनटीपीसी बरौनी के यूनिट-9 ने गुरुवार को अपने 72 घंटे के ट्रायल रन ऑपरेशन को सीईआरसी मानदंडों के पूरे अनुपालन के साथ सफलतापूर्वक पूरा कर लिया. यूनिट-9 के वाणिज्यिक विस्तार के साथ बिहार की बिजली क्षमता में 250 मेगावाट की जल्द बढ़ोतरी होगी.
एनटीपीसी बरौनी के यूनिट-9 के ट्रायल ऑपरेशन की सफलता के बाद एनटीपीसी बरौनी के परियोजना प्रमुख आरके राउत ने सभी एनटीपीसी कर्मियों और संविदा कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह एकजुटता से काम करने से संभव हो पाया है.
केंद्रीय उपयोगिताओं से बिहार के औसत दैनिक आवंटन की करीब 70 फीसदी बिजली की आपूर्ति एनटीपीसी करती है. मालूम हो कि एनटीपीसी प्रतिदिन करीब 4,000 मेगावाट से 4,500 मेगावाट के बीच प्रतिदिन आपूर्ति करती है.
मालूम हो कि बेगूसराय जिले में स्थित राज्य के स्वामित्व वाली बीटीपीएस को 15 दिसंबर, 2018 को एनटीपीसी लिमिटेड में स्थानांतरित किया गया था. वर्तमान में इसकी व्यावसायिक स्थापित क्षमता 360 मेगावाट है.
बीटीपीएस का इतिहास 1962 से जुड़ा हुआ है. यह रूसी सहयोग के साथ अस्तित्व में आया. साल 2018 में एनटीपीसी लिमिटेड के हस्तांतरण से ही बरौनी थर्मल निर्बाध बिजली पैदा कर रहा है. बीटीपीएस की स्थापित क्षमता 720 मेगावाट है. यूनिट-9 के व्यावसायीकरण के साथ, इसकी सभी इकाइयां व्यावसायिक रूप से चालू हो जायेंगी.
इस मौके पर जीएम (ओ एंड एम) पीबी प्रसाद, जीएम (प्रोजेक्ट) जीएल त्रिपाठी, एके त्रिपाठी, एजीएम (ऑपरेशन), बीपी मेहता, एजीएम (ईईएमजी), सुरजीत घोष, एजीएम (सी एंड आई और ईएमडी), राकेश चौहान, एजीएम (इरेक्शन), एनटीपीसी और बीएचईएल के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
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