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कुर्मी मरिआनी क्षेत्र से 2006 से चुनाव जीतते रहे हैं
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असम के कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी ने दिया इस्तीफा
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कांग्रेस आलाकमान अपने युवा नेताओं की बजाय बुजुर्ग नेताओं को प्राथमिकता देता है : कुर्मी
Assam Congress Crisis : पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद अब कांग्रेस के भीतर घमासान की आग असम तक पहुंच चुकी है और पार्टी की मुश्किलें बढ चुकी हैं. दरअसल असम के कांग्रेस विधायक ने पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाकर इस्तीफा देने की बात कह दी है. असम के कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी ने कहा है कि कांग्रेस आलाकमान अपने युवा नेताओं की बजाय बुजुर्ग नेताओं को प्राथमिकता देने का काम करता है. यही वजह है कि सभी राज्यों में पार्टी की स्थिति खराब नजर आ रही है.
वे इतने में ही नहीं रुके…आगे उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी आगे नहीं बढ़ पाएगी, क्योंकि वह नेतृत्व करने में समक्ष नहीं हैं. खबरों की मानें तो असम में कांग्रेस के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने पार्टी से और विधानसभा से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया और कहा कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे. कुर्मी के इस निर्णय को सूबे में विपक्षी दल कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका बताया जा रहा है.
आ रही जानकारी के अनुसार मारिअनी विधानसभा सीट से विधायक कुर्मी ने विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को उनके कार्यालय में इस्तीफा सौंपने का काम किया. उन्होंने ण्इस बाबत पत्रकारों से बात भी की और कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अपना इस्तीफा दे चुके हैं. चार बार विधायक रह चुके कुर्मी ने कहा कि वह 21 जून को भाजपा का दामन थाम लेंगे. इस बीच कांग्रेस ने कुर्मी को ‘‘उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों” के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने एक वक्तव्य में कहा कि इस फैसले को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने मंजूरी दे दी है. बोरा ने पूर्व विधायक राणा गोस्वामी की अगुवाई में तीन सदस्यीय दल गठित किया है जो मारिअनी क्षेत्र में जाकर वहां राजनीतिक हालात का जायजा लेने का काम करेगी. कुर्मी चाय बागान श्रमिक समुदाय से आते हैं जो कांग्रेस के मंत्री रह चुके रूपम कुर्मी के बेटे हैं.
कुर्मी की बात करें तो वे मरिआनी क्षेत्र से 2006 से चुनाव जीतते रहे हैं.
Posted By : Amitabh Kumar