नंदीग्रामः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी को थप्पड़ मारने वाले चंडीपुर के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ता की मौत हो गयी. नंदीग्राम विधानसभा सीट के चुनाव परिणाम को लेकर ममता बनर्जी की याचिका पर कलकत्ता हाइकोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले बीजेपी कार्यकर्ता की मौत से तृणमूल कांग्रेस सवालों के घेरे में है.
देवाशीष आचार्य की मौत के लिए उसके परिवार के सदस्यों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है, तो बीजेपी ने सीबीआई जांच की मांग की है. देवाशीष के परिवार का कहना है कि तृणमूल वालों ने उसकी हत्या कर दी है. बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले पूर्वी मेदिनीपुर के एक स्थानीय नेता ने देवाशीष के साथ वीडियो बनाकर अभिषेक बनर्जी के बारे में टिप्पणी की थी.
— Saumitra khan (@KhanSaumitra) June 17, 2021
बीजेपी नेता ने कहा था कि भाईपो, चार साल बाद आये हो. तब मेरे भाई (देवाशीष आचार्य) ने तुम्हें थप्पड़ मारा था. इस बार कोई तुमको चांटा नहीं मारेगा. गुरुवार को देवाशीष की मौत हो गयी. उसके दोस्तों ने बताया कि बुधवार को दोपहर बाद चाय की दुकान पर उससे बातचीत हुई थी. इसी दौरान किसी का फोन आया और देवाशीष वहां से चला गया. इसके बाद से देवाशीष लापता था.
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गुरुवार को दोपहर में अज्ञात लोग उसे तमलूक के अस्पताल में भर्ती कराकर फरार हो गये. अस्पताल की ओर से उसके परिवार को इसकी सूचना दी गयी. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच पड़ताल जारी है. मृतक के परिजनों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर देवाशीष की हत्या करने का आरोप लगाया है, तो भाजपा ने इसे राजनीतिक हत्या और बदले की कार्रवाई करार दिया है.
स्थानीय भाजपा नेताओं ने कहा है कि बंगाल में ममता बनर्जी प्रतिशोध की राजनीति कर रही हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है और ममता बनर्जी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि वर्ष 2015 में तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी को देवाशीष ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर चढ़कर चांटा मार दिया था. पुलिस ने देवाशीष को गिरफ्तार कर लिया.
देवाशीष के परिवार ने अभिषेक बनर्जी के पास जाकर माफी मांगी और तृणमूल नेता के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने उसे रिहा कर दिया. इस घटना के चार साल बाद भाजपा नेता के साथ उसका एक वीडियो वायरल हुआ था. अब देवाशीष आचार्य की मौत पर राजनीति शुरू हो गयी है.
Posted By: Mithilesh Jha