Euro cup 2020: यूरो कप 2020 में जर्मनी-फ्रांस के बीच चल रहे मैच में एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला. मंगलवार को फ्रांस और जर्मनी के बीच खेले जा रहे मुकाबले के दौरान ग्रीनपीस (Greenpeace Activist) का एक कार्यकर्ता पैराशूट से स्टेडियम में उतरा. ग्रीनपीस के कार्यकर्ता के इस हरकत के कारण स्टेडियम में मौजूद कई लोगो को चोटें भी आईं हैं और कइयो को अस्पताल भी जाना पड़ा. वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. बता दें कि कार्यकर्ता के पैराशूट पर “किक आउट ऑयल” लिखा हुआ था.
https://twitter.com/UEFA_Euro_2021/status/1404881529335996418
बता दें कि मैच के दौरान ग्रीनपीस कार्यकर्ता द्वारा किये गये इस हरकत के कारण स्टेडियम में मौजूद कई लोगों को चोटें आईं हैं. मंगलवार को म्यूनिख के एलियांज एरिना में मैच के दौरान कार्यकर्ता के पैराशूट ने स्पाइडरकैम केबल्स को टक्कर मारा जिससे कारण उसका माइक्रोलाइट बंद हो गया. लैंडिंग के तुरंत बाद कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया. म्यूनिख पुलिस के एक प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि कम से कम दो लोगों के सिर में चोटें आईं और दोनों को अस्पताल ले जाना पड़ा, हम अभी तक नहीं जानते कि चोटें कितनी गंभीर हैं. पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि उस कार्यकर्ता को कोई चोट नहीं आयी है लेकिन हम विभिन्न आपराधिक आरोपों पर कार्रवाई करने जा रहे हैं.
मालूम हो कि यह स्टंट जर्मन कार निर्माता वोक्सवैगन के खिलाफ एक विरोध था, जो यूरोपीय चैम्पियनशिप के प्रायोजकों में से एक है. ग्रीनपीस ने कहा कि उन्हें हुए किसी भी नुकसान के लिए खेद है. ग्रीनपीस के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया कि इस विरोध का उद्देश्य कभी भी खेल को बाधित करना या लोगों को चोट पहुंचाना नहीं था.” “हमें उम्मीद है कि हर कोई ठीक है और कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है. हरित शांति की कार्रवाई हमेशा शांतिपूर्ण और अहिंसक होती है पर दुर्भाग्य से, सब कुछ योजना के अनुसार नहीं हुआ.
बता दें कि फ्रांस ने यह मैच जर्मनी को हराकर 1-0से जीत लिया. वहीं जर्मन टीम के प्रवक्ता जेन्स ग्रिटनर ने कहा कि जर्मन फुटबॉल महासंघ के रूप में हम निश्चित रूप से इस तरह के हरकत की निंदा करते हैं, क्योंकि यह सिर्फ वह नहीं था, बल्कि अन्य लोग भी थे जिन्हें उन्होंने खतरे में डाला और घायल किया. यह हमारे दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है.