पटना. केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि डागमारा पनबिजली परियोजना से ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बिहार के साथ देश को भी लाभ होगा. मंत्रालय के अधिकारियों को उन्होंने परियोजना का निर्माण जल्द शुरू कराने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि बिजली के क्षेत्र में उनके निर्देशों में व्यापक सुधार हुआ.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने यह बातें सोमवार को डागमारा परियोजना को लेकर बीएसएचपीसीएल और एनएचपीसीएल के बीच एमओयू के बाद कहीं. इस कार्यक्रम में वे और उनके मंत्रालय के अधिकारी नयी दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे. केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बिहार में 2500 करोड़ से अधिक का निवेश होगा.
इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा होंगे और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र का विकास होगा. उन्होंने कहा कि सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा नेपाल में 900 मेगावाट और 580 मेगावाट की दो पनबिजली परियोजनाओं का निर्माण कोसी नदी पर किया जा रहा है. इससे 22 फीसदी बिजली नेपाल को और 78 फीसदी सस्ती बिजली भारत को मिलेगी.
इस दौरान राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि डागमारा परियोजना हिमालय बेसिन की पहली रन ऑफ द रिवर परियोजना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस परियोजना के लिए संसाधनों की कमी नहीं होने दी जायेगी. इस परियोजना से राज्य को नॉन कन्वेंशनल एनर्जी चार्ज के रूप में सीधे तौर पर 100 करोड़ सालाना लाभ होगा.
केंद्रीय राज्य मंत्री आरके सिंह, केंद्रीय ऊर्जा सचिव आलोक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व राज्य के ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस ने डागमारा परियोजना को मंजूरी मिलने का श्रेय राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को दिया. स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि यह बिजेंद्र प्रसाद यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था. परियोजना के लिए पूरा सहयोग करेंगे.
ऊर्जा सचिव संजीव हंस ने कहा कि बिजेंद्र प्रसाद यादव इस संबंध में हमेशा निर्देश देते रहे. कार्यक्रम में एनएचपीसी के सीएमडी एके सिंह, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, संयुक्त सचिव(हाइड्रो) विद्युत मंत्रालय तन्मय कुमार, एसबीपीडीसीएल के एमडी संदीप कुमार आर पुड्कल्कट्टी, बीएसएचपीसीएल के एमडी आलोक कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
Posted by Ashish Jha