बिहार में मानसून की सक्रियता बनी हुई है. पिछले 24 घंटे में राज्य के कई जिलों में जोरदार बारिश हुई. एक तरफ जहां लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली है वहीं दूसरी ओर अब मानसून भी आसमान से आफत की बारिश कर रही है. पिछले साल की तरह इस साल भी ठनका गिरने से मौत का सिलसिला शुरू हो चुका है. मंगलवार को वज्रपात से सूबे में 5 लोगों की मौत हो गई. बारिश और ठनके की बढ़ती आशंका को देखते हुए बिहार में 18 जून तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
बुधवार को बिहार के कई जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं. उत्तर बिहार में भारी बारिश होने की संभावना है. मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, किशनगंज, सारण, दरभंगा और चंपारण जिले में आज तेज बारिश हो सकती है. बता दें कि मंगलवार को भी कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई. लोग अपने घरों में ही बैठे रहे.
भागलपुर और भभुआ में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई. वहीं बारिश और वज्रपात के कारण अब पूरे बिहार में येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है. बता दें कि राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में अभी मानसून सक्रिय है. इस बार तय समय से एक दिन पहले ही सूबे में मानसून ने दस्तक दे दी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अभी राजस्थान से लेकर मध्यप्रदेश के बीच मानसून की अक्षीय रेखा गुजर रही है. जिसके कारण प्रदेश में भारी मात्रा में नमी बंगाल की खाड़ी से आ रही है. राजधानी पटना समेत कई जिलों में सुबह से ही हल्की बारिश शुरू हो गई. वहीं शाम होने पर मूसलाधार बारिश शुरू हो गइ. मौसम के जानकारों का कहना है कि जून महीने में अच्छी बारिश होगी.
गर्मी की तपिश से परेशान बिहार के लोगों को मानसून का बेसब्री से इंतजार था. इस बार अच्छी बारिश की संभावना भी बनी हुई है. वहीं किसानों को भी इस बारिश का इंतजार रहा. मानसून की बारिश को खेती के लिए काफी लाभकारी माना जाता है. किसानों ने धान का बिचड़ा डालने के काम में भी तेजी ला दिया है. अगले दो हफ्ते तक किसान खेतों में धान का बीज डालेंगे.
POSTED BY: Thakur Shaktilocha