Covishield Vaccine Single Dose Efficacy, Effect, Latest Research: कोविशील्ड वैक्सीन के सिंगल डोज भी कोरोना से उबरे मरीजों के लिए बेहद लाभदायक है. इसका खुलासा इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन से हुआ है. इस शोध को 280 स्वास्थ्य कर्मियों पर आयोजित किया गया था, जिनमें से 131 सेरोपोसिटिव थे.
भारत की इंस्टीट्यूशनल एथिक्स कमेटी द्वारा अप्रूव एआईजी अस्पताल, हैदराबाद द्वारा यह अध्ययन का आयोजन किया गया था. जिसमें 280 स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया था. इनमें 131 सेरोपोसिटिव थे.
सभी उम्मीदवारों को दो वर्ग में बांटा गया पहले सेरोपोसिटिव और दूसरे सेरोनिगेटिव थे. इन सभी उम्मीदवारों को 16 जनवरी से 5 फरवरी के बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के सहयोग से बनायी गयी वैक्सीन कोविशील्ड की एक-एक खुराक दी गई.
शोध में जो पाया गया वो काफी चौंकाने वाला था. दरअसल, सेरोपोसिटिव उम्मीदवार थे उनमें अच्छी खासी एंटीबॉडी प्रतिक्रिया डेवलप हो गयी. हालांकि, यह प्रतिरक्षा प्रणाली उनमें भी डेवलप हुई जिनमें पहले से कोई संक्रमण का इतिहास नहीं था. लेकिन शोधकर्ताओं ने पाया कि सेरोपोसिटिव लोगों में एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उच्च कोटि की थी गैर संक्रमण वाले लोगों की तुलना में.
इस शोध से यह तो खुलासा हो गया कि संक्रमित लोगों के लिए कोविडशील्ड की एक खुराक ही काफी है. हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि जो व्यक्तियों पूर्व में कभी संक्रमित नहीं हुए है उन सभी को कोविशील्ड की दूसरा डोज भी लेना बेहद जरूरी है. इधर, 1 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी यह स्पष्ट किया था कि सभी को वैक्सीन का दोनों डोज लेना चाहिए.
Also Read: Covid Detector Device: अब गैजेट हजारों की भीड़ में ऐसे पहचानेगा Corona संक्रमितों को, जानें क्या है वैज्ञानिकों का दावा
वहीं, नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा था कि कोविशील्ड हो या कोवैक्सीन दोनों मामलों में पहले डोज लेने के कम से कम 12 सप्ताह बाद दूसरा डोज लेना चाहिए.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.