भारत और न्यूजीलैंड के बीच इंग्लैंड के साउथम्पटन में 18 जून से 22 जून तक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. आईसीसी ने सोमवार को प्राइज मनी की भी घोषणा कर दी.
इस बीच खबर है कि आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship ) में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. आईसीसी (ICC) के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्योफ अलार्डिस (Interim Chief Executive Officer Geoff Allardice) ने बताया कि अगले सत्र में प्वाइंट सिस्टम में बदलाव किया जाएगा. प्रति शृंखला 120 अंक आवंटित करने के बजाय, अब हर मैच जीतने पर एक समान अंक का दिया जाएगा.
मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हर सीरीज के लिए 120 अंक आवंटित थे. जिसमें भारत-बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए हर मैच के 60 अंक थे. जबकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गयी 4 मैचों की शृंखला में हर मैच के लिए अधिकतम 30 अंक का प्रावधान था.
कोरोना संकट के कारण साल 2020 में कई सीरीज रद्द हो गये, जिससे आईसीसी को प्रतिशत अंक प्रणाली का सहारा लेना पड़ा. इसमें टीम की रैंकिंग का आकलन प्राप्त अंकों को मैचों की संख्या से विभाजित कर के निकाला गया.
बदलाव से क्या होगा फायदा ?
आईसीसी ने बताया, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का अगला सत्र दो महीने के बाद शुरू हो जाएगा. जिसमें प्वाइंट सिस्टम में बड़ा बदलाव होगा. नये बदलाव से कोई फर्क नहीं पड़े कि यह दो मैचों की टेस्ट सीरीज है या पांच टेस्ट मैचों सीरीज है. ऐसे में खेले जाने वाले प्रत्येक मैच के लिए समान अंक दिये जाएंगे.
रवि शास्त्री के तीन मैचों के फाइनल वाले सुझाव पर क्या बोला आईसीसी
भारतीय कोच रवि शास्त्री ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए तीन मैचों की सीरीज का सुझाव दिया था. अलार्डिस ने उनके विचार का समर्थन किया. हालांकि उन्होंने साफ किया कि तीन मैच कराने में आईसीसी को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.