गुमला : गुमला पहला जिला है. जिसने पूरे झारखंड राज्य में रक्तदान में मिसाल पेश किया है. गुमला में एक दर्जन संस्था कार्यरत है. जिसके सदस्य 24 घंटा ब्लड डोनेट करने के लिए तैयार रहते हैं. जिले में 2000 से अधिक रक्तदाता हैं, जो समय-समय पर रक्तदान करते रहते हैं. इसमें जीवन संस्था, गुमला भक्त ग्रुप, चेंबर ऑफ कामर्स सबसे आगे है. जीवन संस्था में युवाओं के अलावा लड़कियां व महिलाएं जुड़ी हुई हैं. जो समय समय पर कैंप लगाकर रक्तदान करती हैं.
गुमला में महिलाएं रक्तदान करने में आगे हैं. रंजीता पोद्दार व शैलजा साबू 20 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं. वहीं गुमला के मनोज मिश्र ने 75 व प्रोफेसर अमिताभ भारती ने 66 बार रक्तदान कर गुमला में मिसाल बने हुए हैं. 100 से अधिक युवाओं ने 30 से अधिक बार रक्तदान किया है. गुमला में ब्लड बैंक है. जहां रक्तदान होता है. गुमला में मरीजों को प्रत्येक दिन 12 यूनिट रक्त की जरूरत होती है. नया ब्लड बैंक में 500 से अधिक यूनिट रक्त स्टोर की क्षमता है. गुमला ब्लड बैंक में 35 दिन तक ही ब्लड रख उपयोग कर सकते हैं.
विश्व रक्तदान दिवस पर राज्य के छह जिलों में ब्लड कंपोनेंट सेप्रेशन इकाइयों का वर्चुअल शिलान्यास होगा. इस संबंध में ब्लड बैंक प्रभारी सह डीएस डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ब्लड कंपोनेंट सेप्रेशन इकाई का शिलान्यास करने से मरीजों के हित में काफी लाभदायक है. इसके लगने से जिस मरीज को ब्लड के प्लेटलेट, प्लाज्मा, आरबीसी की आवश्यकता होगी. उसी को सिर्फ चढ़ाकर उसकी जान बचायी जा सकेगी. यह झारखंड सरकार की सराहनीय पहल है. उन्होंने बताया कि सोमवार की सुबह 11:30 बजे से यह कार्यक्रम शुरू होगा.