Shani Dosh Nivaran: हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख और शांति चाहता है. हर कोई चाहता है कि दरिद्रता व्यक्ति के जीवन में दूर-दूर तक कहीं न रहे और वो हर बुरी दुर्घटनाओं से दूर रहे. लेकिन कई लोगों के जीवन में कुंडली के ग्रहों की स्थिति के कारण भी दुख होता है, कुंडली में शनि की क्रुर दृष्टि को भी दुख का कारण माना जाता है. कहा जाता है कि शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या जिस पर पड़ती है, उस पर लंबे समय तक दुखों का पहाड़ बना रहता है. अगर आपके साथ भी कुछ इस तरह की स्थिति बन रही है, तो आज हम आपको एक उपाय बताते हैं, जिससे शनि की दृष्टि का प्रभाव और दुष्प्रभाव कम होने से आपको मदद मिल सकती है.
आपको इस उपाय के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा. शनि का दुष्प्रभाव कम करने के लिए उपाय है एक पौधा. न्याय के देवता शनि देव को खुश करने के उपायों में एक उपाय है शमी के वृक्ष की पूजा करना. इस वृक्ष पर कई देवताओं का वास होता है. आयुर्वेद में भी शमी वृक्ष की विशेष उपयोगिता मानी गई है. आइए जानते है शमी वृक्ष के कुछ खास फायदे जो आपको अपने घर में क्यों रखना चाहिए ये पौधा…
शनि दोष दूर करने में शमी को पीपल के वृक्ष का विकल्प माना गया है. गमले में लगे शमी के पौधे को मुख्य द्वार पर बायीं ओर लगाएं. नियमित रूप से इसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके लिए मिट्टी का दीपक प्रयोग करें. आप पर सदैव ही शनि की कृपा बनी रहेगी और सभी प्रकार की बाधाओं से आप बचे रहेंगे.
शमी के पौधे को ‘शनि पौधा’ भी कहा जाता है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि घर में एकमात्र इस पौधे के होने से सभी देवी-देवताओं की कृपा होती है और लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं. शनि के ‘पंचांग’ यानि कि जड़, टहनियां, फूल, पत्तियां तथा कांटे शनि दोषों को दूर करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शमी का पौधा घर के मुख्य द्वार पर दोनों ओर लगाने से घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है और घर में धन-धान्य बना रहता है. तंत्र-मंत्र के प्रयोगों में शमी के कांटों का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है.
सुबह में शमी वृक्ष के दर्शन करना शुभ माना जाता है. प्रतिदिन सूर्य या पूरब की ओर मुख करके शमी के पौधे में जल डालने से शनि का प्रकोप कम होता है. मान्यता है कि इससे व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां व अड़चमें दूर होती हैं. इस उपाय से व्यक्ति शिक्षा, व्यापार, करियर में तरक्की करता है और हर कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है. यात्रा पर जाने से पूर्व या नियमित काम पर जाने से पूर्व शमी वृक्ष को प्रणाम कर निकलने से आगे आने वाली विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं.
शमी के पौधे को घर में लगाकर हर शनिवार को इसकी पूजा करनी चाहिए. नवरात्र में भी शमी के पौधे को माता की पूजा में शामिल किया जाता है. शमी का पौधा वैसे तो आप कभी भी शनिवार के दिन अपने घर में लगा सकते है. लेकिन इस पौधे को आप अपने घर के उत्तर-पूर्व दिशा में ही रखें, इससे आपको विशिष्ट फल की प्राप्ति होगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha